मां-बहनों के सिंदूर का बदला… ऑपरेशन सिंदूर पर बोलीं कर्नल सोफिया कुरैशी की मां
कर्नल सोफिया कुरैशी की मां हलीमा कुरैशी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर कहा है कि भारतीय सेना ने हमारी बहनों और माताओं के सिंदूर का बदला लिया है। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया है कि सोफिया को बचपन से ही बंदूकों से खेलने का शौक था।

Colonel Sofiya Qureshi: भारत ने 6 मई की रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए। इसके एक दिन भारत ने इस कार्रवाई और ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी पूरी दुनिया को दी। यह पल गुजरात के एक परिवार के लिए बेहद भावुक रहा। दरअसल सेना ने विंग कमांडर व्योमिक सिंह के साथ गुजरात के इस परिवार की बेटी, कर्नल सोफिया कुरैशी को इस हमले की जानकारी देश को देने की जिम्मेदारी सौंपी। इस ब्रीफिंग के बाद सोफिया के माता पिता बेहद उत्साहित हैं।
इस मौके पर उनके पिता ताज मोहम्मद कुरैशी ने कहा है कि यह उन्हें उनकी बेटी पर गर्व है। वहीं सोफिया की मां हलीमा कुरैशी ने भी ऑपरेशन सिंदूर के सफलता पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि भारतीय सेना ने इस हमले से देश की बहनों और माताओं के सिंदूर का बदला लिया है। बता दें आतंकियों के खिलाफ सेना की इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर का नाम दिया गया है।
सोफिया की मां ने मीडिया से बातचीत के दौरान पहलगाम हमले की ओर इशारा करते हुए कहा, “उन्होंने जो यह खेल खेला था, हमने उसका बदला लिया है। हमारी मां बहनों का जो सिंदूर उजड़ा था हमने उसका भी बदला ले लिया और आगे भी ऐसे ही जवाब देते रहेंगे।” उन्होंने आगे बताया कि सोफिया बचपन से अपने पिता और दादा की तरह सेना में शामिल होना चाहती थीं। हलीमा कुरैशी ने कहा, “सोफिया को बचपन से ही बंदूकों से खेलना पसंद था। उसे अपने पिता और दादा की तरह ही आर्मी में जाना था। वह बचपन से ही कहती थी कि जब मैं बड़ी होऊंगी तो आर्मी में जाऊंगी।”
वहीं कर्नल सोफिया कुरैशी के भाई मोहम्मद संजय कुरैशी ने कहा है कि उनकी बहन उनके लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश लंबे समय से बदला लेने का इंतजार कर रहा था लेकिन इस तरह के बदले की कभी उम्मीद नहीं की जा सकती थी। कुरैशी ने कहा, "वह मेरी आदर्श हैं। हम लंबे समय से बदला लेने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन इस तरह का बदला होगा इसकी उम्मीद नहीं थी।” उन्होंने कहा है कि इस्लाम यही सिखाता है कि देश के लिए दी जाने वाली कुर्बानी से बड़ी कोई कुर्बानी नहीं है।
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने बुधवार की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। भारत की कार्रवाई के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दिल्ली में एक प्रेस ब्रीफिंग में ऑपरेशन की पूरी डिटेल दी।