दिल्ली की ‘छोटी सरकार’ में भी BJP की एंट्री तय, ढाई साल में किन-किन चुनौतियों का करना होगा सामना
भाजपा का ढाई वर्ष के लिए निगम की सत्ता में आना तय माना जा रहा है। इससे पहले निगम में भाजपा ने 15 वर्ष सत्ता संभाली थी। मौजूदा समय में निगम के प्रशासनिक कामकाज को लेकर ढेरों चुनौतियां हैं।

भाजपा का ढाई वर्ष के लिए निगम की सत्ता में आना तय माना जा रहा है। इससे पहले निगम में भाजपा ने 15 वर्ष सत्ता संभाली थी। मौजूदा समय में निगम के प्रशासनिक कामकाज को लेकर ढेरों चुनौतियां हैं।
बीते दिनों कूड़ा उठाने के लिए संपत्तिकर के साथ उपयोगकर्ता शुल्क (यूजर चार्ज) को वसूलने के फैसले पर लोगों, व्यापारियों और आरडब्ल्यूए ने सवाल उठाए हैं। इसके अलावा, अवैध निर्माण की रोकथाम और खतरनाक इमारतों के सर्वे जैसी कई चुनौतियां का सामना भाजपा को करना पड़ेगा। साथ ही, स्थाई समिति के गठन न होने के कारण कई परियोजनाओं पर असर पड़ा है।
इस समिति के गठन न होने की वजह से ढाई वर्ष से दिल्ली नगर निगम के प्रशासनिक कामकाज ठीक ढंग से नहीं हो पाया। इसके अलावा दिल्ली में पार्कों की खराब हालत, कई जगहों पर कूड़े के फैलने, जलभराव की समस्या और कूड़े पर आग लगाने की घटनाओं को रोकना भी चुनौती भरा रहेगा। साथ ही, फंड की कमी के कारण भी कई प्रोजक्ट पर असर पड़ा है।
ये पांच प्राथमिकताएं बताईं
1. महापौर पद के उम्मीदवार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि हमारी प्राथमिकता दिल्ली की साफ सफाई को लेकर कार्य करने पर जोर रहेगा।
2. दिल्ली को हरा भरा बनाने के लिए पार्कों में हरियाली को बढ़ाएंगे। पार्कों के रखरखाव को लेकर लगातार काम होगा। पार्कों की बदहाली को दूर करेंगे।
3. दिल्ली में व्यापारियों के लिए लाइसेंस को लेकर हो रही समस्याओं को खत्म करने के लिए योजना के तहत कार्य करेंगे। इसमें प्राथमिकता रहेगी कि इंस्पेक्टर राज को निगम में खत्म करेंगे।
4. मानसून के दौरान जलभराव की दिक्कतों को दूर करने नालियों से गाद निकालने की लगातार समीक्षा होगी। जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए काम होगा।
5. निगम के स्वास्थ्य व्यवस्था को बढ़ाया जाएगा। इसके लिए निगम के सभी अस्पतालों में सुविधाओं को और भी बेहतर किया जाएगा।
महापौर रह चुके हैं राजा इकबाल सिंह
● राजा इकबाल सिविल लाइन जोन में वार्ड समिति के उपाध्यक्ष वर्ष 2018 से 2019 के दौरान रहे।
● वर्ष 2018 से 2020 तक निगम की पर्यावरण समिति के अध्यक्ष
● वर्ष 2021 से 2021 के दौरान सिविल लाइंस जोन के अध्यक्ष रहे
● वर्ष 2021 से 2022 तक पूर्ववर्ती उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर पद पर रहे।
33 वर्ष तक शिक्षक रहे जय भगवान यादव
● जय भगवान यादव ने वर्ष 1974 में दरियागंज के टीचर ट्रेनिंग कॉलेज से जूनियर बेसिक टीचर ट्रेनिंग की।
● 2007 से 2012 में पार्षद रहने के दौरान कई पद पर रहे।
● दूसरी बार वर्ष 2022 में बेगमपुर वार्ड से पार्षद का चुनाव जीते।
● 2007 से 2008 के दौरान निगम की हिंदी समिति के उपाध्यक्ष रहे