सुबह-सुबह दिल्ली के इस इलाके में गरजने पहुंचा बुलडोजर, 200 से ज्यादा घर होंगे ध्वस्त
दिल्ली के अशोक विहार इलाके में अवैध निर्माण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। इलाके में सुबह-सुबह बुलडोजर पहुंचे।

राजधानी दिल्ली के अशोक विहार इलाके में सोमवार सुबह-सुबह बुलडोजर गजर रहा है। अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई और पुलिस की भारी मौजूदगी ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। दरअसल डीडीए ने अशोक विहार के जेलर वाला बाग इलाके में सरकारी जमीन पर बने 200 से अधिक अवैध मकानों को ध्वस्त करने का अभियान शुरू किया। यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक बड़ा झटका है, जो वर्षों से इन मकानों में रह रहे थे।
250 पुलिसकर्मी, जेसीबी और एक मिशन
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि इस अभियान में करीब 250 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ एसटीएफ की एक टीम तैनात की गई। सुबह-सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई में जेसीबी मशीनें अवैध निर्माणों को जमींदोज करती नजर आईं। स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी का माहौल रहा, मौके पर भारी पुलिस बल की मौजूद रहा।
क्यों हो रहा बुलडोजर एक्शन?
अधिकारियों के मुताबिक, जेलर वाला बाग इलाके में सरकारी जमीन पर बने ये मकान बिना किसी कानूनी मंजूरी के बनाए गए थे। डीडीए का कहना है कि यह अभियान दिल्ली के मास्टर प्लान को लागू करने और सरकारी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करने की दिशा में एक कदम है। इससे पहले भी डीडीए ने निवासियों को नोटिस जारी कर जगह खाली करने की चेतावनी दी थी, लेकिन समय सीमा खत्म होने के बाद अब बुलडोजर ही अंतिम जवाब बनकर सामने आया।
दिल्ली में हाल के बुलडोजर एक्शन
अशोक विहार का यह अभियान दिल्ली में हाल के दिनों में हुई कई बुलडोजर कार्रवाइयों का हिस्सा है। कुछ दिन पहले ही दक्षिणी दिल्ली के बटला हाउस में डीडीए ने खसरा नंबर-279 पर बने अवैध मकानों के खिलाफ कार्रवाई की थी, जहां 60-65% मकान पहले ही खाली हो चुके हैं। इसी तरह, गोविंदपुरी में 300 से अधिक झुग्गियों को ध्वस्त किया गया, जहां भारी पुलिस बल की मौजूदगी में कार्रवाई को अंजाम दिया गया। कालकाजी में भी डीडीए ने 300 से ज्यादा अवैध निर्माणों को तोड़ा, हालांकि कुछ परिवारों के लिए पुनर्वास की व्यवस्था भी की गई। निजामुद्दीन के पास मद्रासी बस्ती में 600 से अधिक मकानों को ध्वस्त किया गया, जिसके खिलाफ स्थानीय लोगों ने बिना पर्याप्त नोटिस का आरोप लगाया।