‘जब से दिल्ली में BJP सरकार बनी…’; क्लासरूम घोटाले पर ACB की पूछताछ से पहले सत्येंद्र जैन
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कथित तौर पर 2000 करोड़ रुपये के क्लासरूम्स घोटाले के आरोपों में घिरे ‘आप’ नेता सत्येंद्र जैन ने आज एसीबी द्वारा तलब किए जाने को लेकर भाजपा पर हमला बोला है।

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कथित तौर पर 2000 करोड़ रुपये के क्लासरूम्स घोटाले के आरोपों में घिरे ‘आप’ नेता सत्येंद्र जैन ने आज एसीबी द्वारा तलब किए जाने को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा सरकार ने पिछले 3-4 महीनों में कोई काम नहीं किया। जैन ने भाजपा पर लोगों का ध्यान भटकाने के लिए उन्हें और मनीष सिसोदिया को तलब करने का आरोप लगाया।
दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “जब से दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है, पिछले 3-4 महीनों से उन्होंने कुछ नहीं किया। स्कूलों की फीस बढ़ा दी गई है और दिल्ली में स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने वाले मनीष सिसोदिया और मुझे तलब किया जा रहा है। वे लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं। उन्हें दिल्ली को साफ करने और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार पर काम करने की जरूरत है। वे सिर्फ दोषारोपण का खेल खेल रहे हैं। उन्हें मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन फिर भी वे मुझे नहीं छोड़ सकते।”
एसीबी द्वारा पूछताछ से पहले पीटीआई वीडियो से बात करते हुए जैन ने पूछताछ के लिए एसीबी दफ्तर जाने से पहले पीटीआई वीडियो से बात करते हुए कहा कि भाजपा प्रमुख मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, "पहले मुझे बताएं कि घोटाला शब्द कहां से आया? वे (भाजपा) काम नहीं करना चाहते और निजी स्कूलों को फीस बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वे (भाजपा) कहते थे कि सड़कों पर कुत्ते घूम रहे हैं, लेकिन हम सड़कें साफ करेंगे। अब उन्हें ये काम करवाने चाहिए, लेकिन वे केवल राजनीति कर रहे हैं।’’
क्या है पूरा मामला
बता दें कि, दिल्ली सरकार के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सरकारी स्कूलों में क्लासरूम्स के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को बुधवार को समन भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है। एक अधिकारी ने बताया कि जैन को 6 जून को एसीबी के समक्ष पेश होने को कहा गया है, जबकि सिसोदिया को 9 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
दिल्ली सरकार के स्कूलों में 12,000 से अधिक क्लासरूम्स या सेमी-पर्मानेंट स्ट्रक्चर्स के निर्माण में 2000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के आधार पर 30 अप्रैल को एसीबी द्वारा एक एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद यह समन जारी किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि राजधानी में पूर्ववर्ती ‘आप’ सरकार में वित्त एवं शिक्षा विभाग संभालने वाले सिसोदिया और उस समय लोक निर्माण विभाग एवं अन्य मंत्रालयों के प्रभारी रहे जैन से केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) द्वारा चिह्नित कथित विसंगतियों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
जॉइंट पुलिस कमिश्नर (एसीबी) मधुर वर्मा ने कहा, ‘‘सीवीसी के चीफ टेक्निकल एग्जामिनर की रिपोर्ट ने परियोजना में कई विसंगतियों की ओर इशारा किया है। रिपोर्ट पर कथित तौर पर लगभग तीन साल तक कार्रवाई नहीं की गई।’’
मधुर वर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 17-ए के तहत सक्षम प्राधिकारी से मंजूरी मिलने के बाद एफआईआर दर्ज की गई थी।
भाजपा के नेताओं कपिल मिश्रा, हरीश खुराना और नीलकांत बख्शी ने 2019 में एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें दिल्ली के तीन क्षेत्रों में क्लासरूम्स के निर्माण में गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था।
शिकायत के अनुसार, प्रति क्लासरूम औसत लागत 24.86 लाख रुपये बताई गई थी - जो समान संरचनाओं के लिए अनुमानित पांच लाख रुपये की लागत से काफी अधिक थी। अधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में जांच जारी है और इसके निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।