हरियाणा बोर्ड : परीक्षा परिणाम सुधरने के बाद भी फरीदाबाद फिर से 20वें स्थान पर
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम जारी किया। जिले का ओवरऑल परिणाम 81.45% रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.12% अधिक है। फरीदाबाद 20वें स्थान पर रहा। पलवल और नूंह के परिणाम...

फरीदाबाद। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। इस बार बोर्ड ने सीबीएसई की तर्ज पर टॉप-10 विद्यार्थियों की सूची नहीं जारी की। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार जिले के परिणाम में 5.12 प्रतिशत का सुधार आया है, लेकिन फरीदाबाद प्रदेश में स्थिति नहीं सुधार पाया। इस बार भी फरीदाबाद जिला 20वें स्थान पर रहा। पिछले वर्ष जिले का ओवर ऑल परिणाम 76.33 प्रतिशत था, जबकि इस बार 81.45 एक प्रतिशत परिणाम रहा। जिले में इस बार 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 11825 विद्यार्थियों ने दी थी। इनमें से 9632 परीक्षार्थी उत्तीर्ण, जबकि 1570 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई हैं और 623 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हुए।
160 परीक्षार्थियों ने प्राइवेट से परीक्षा दी थी। इनमें से 56.88 प्रतिशत यानि 91 परीक्षार्थी उत्तीर्ण और 69 परीक्षार्थी परीक्षा पास करने में असफल रहे हैं। इसके बाद ओपन श्रेणी से 1483 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी। इसमें से 552 परीक्षा सफल रहे हैं। अर्थात 37.22 प्रतिशत परिणाम रहा है। ओपन श्रेणी में इस बार 1126 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इनमें से 490 परीक्षार्थी उत्तीर्ण है। इसमें 647 पुरुष परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे थे। इनमें से 240 यानि 37.90 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण रहे। इसी प्रकार 479 महिला परीक्षार्थियों ने ओपन श्रेणी में परीक्षा दी थी। इनमें 250 छात्राएं सफल हुई। इसका परिणाम 52.19 प्रतिशत रहा। पलवल के परिणाम में दो प्रतिशत का सुधार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड परीक्षा में पलवल के छात्रों ने निराश किया है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार 0.38 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले वर्ष 76.19 प्रतिशत परिणाम था, जबकि इस बार यह संख्या घटकर 75.79 प्रतिशत हो गई। पलवल में 10201 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इनमें से 7731 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए, जबकि 1641 परीक्षार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। इस बार भी पलवल प्रदेश में 21 स्थान पर रहा। -नूंह अंतिम पायदान पर पहुंचा नूंह परिणाम लगातार तीसरे वर्ष असंतोषजनक रहा। नूंह जिले सबसे निचले पायदान पर रहा है। इस बार 11.07 प्रतिशत परिणाम में गिरावट आई है।इस वर्ष का परिणाम 45.76 प्रतिशत रहा, जबकि पिछले वर्ष 56.83 प्रतिशत रहा था। इस बार बोर्ड परीक्षा में 7588 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। इनमें से 3477 परीक्षार्थी सफल हुए, जबकि 1758 की कंपार्टमेंट आई। बता दें कि नूंह ने 100 से अधिक नकल के मामले में दर्ज किए थे। रसायन व भौतिक विज्ञान और अंग्रेजी विषय की परीक्षा रद्द हुई थी। अभिभावक-शिक्षकों के बीच सामंजस्य नहीं अभिभावक एकता मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा का कहना है कि जिले में अध्यापकों की कमी सबसे पहले बड़ी कमी है। जिले के कई विद्यालय ऐसे हैं, जो दो से तीन अध्यापकों के भरोसे चल रहे हैं। राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावक अध्यापकों से अपने बच्चों की स्थिति के बारे में नहीं जानते हैं। यह है प्रदर्शन में गिरावट के कारण -विद्यालयों में अध्यापकों की कमी। -अध्यापकों को गैर शैक्षणिक कार्य में व्यस्त रखना। -विद्यालयों में आधारभूत संरचना का अभाव। -अध्यापकों की मॉनिटरिंग और जवाबदेही सुनिश्चित नहीं होना। -छात्रों एवं उनके अभिभावकों का पढ़ाई के प्रति गंभीर नहीं होना। पांच वर्षों का परिणाम वर्ष, परिणाम प्रतिशत में 2024, 76.33 2023, 67.89 2022, 84.59 2021, 100 प्रतिशत कोरोना काल की वजह से परीक्षा नहीं हुई 2020, 81.61 एमआर कॉन्वेंट स्कूल की छात्रा रिया का कहना है कि हरियाणा बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में 500 में से 400 अंक प्राप्त किए हैं। इस सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों और अभिभावकों को देना चाहूंगी। उनकी वजह से ही अच्छे अंकों के परीक्षा में उत्तीर्ण हुई है। परीक्षा के दौरान और इससे पूर्व भी हमारी विषय संबंधी सभी दुविधाओं को समाप्त किया जाता था। साधना दिल्ली विश्वविद्यालय से करना चाहती हैं पढ़ाई एमआर कॉन्वेंट स्कूल की साधना ने 12वीं के परिणाम में 500 में से 428 अंक प्राप्त किए हैं। साधना कहती हैं कि उन्होंने इसके लिए दिन रात मेहनत की। परिणाम को सुधारने में गुरुजनों ने भी काफी सहयोग किया। अब सीयूईटी की परीक्षा का इंतजार कर रही हूं। दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेज में दाखिला लेकर स्नातक की पढ़ाई करनी है।
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