Haryana Forest Department to Develop Aravalli Jungle Safari Project Promoting Eco-Tourism and Biodiversity वन विभाग विकसित करेगा अरावली में जंगल सफारी : राव नरबीर सिंह, Faridabad Hindi News - Hindustan
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वन विभाग विकसित करेगा अरावली में जंगल सफारी : राव नरबीर सिंह

हरियाणा सरकार ने अरावली में जंगल सफारी परियोजना को वन विभाग को सौंप दिया है। इस परियोजना का उद्देश्य इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना, जैव विविधता का संरक्षण और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादWed, 18 June 2025 12:08 AM
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वन विभाग विकसित करेगा अरावली में जंगल सफारी : राव नरबीर सिंह

चंडीगढ़/नूंह/फरीदाबाद। अरावली में जंगल सफारी परियोजना को अब वन विभाग विकसित करेगा। पहले इस परियोजना का जिम्मा पर्यटन विभाग पर था। यह जानकारी हरियाणा के पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने जानकारी दी है। इस परियोजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देश पर जंगल सफारी की परियोजना को वन विभाग को सौंपा गया है। इसके लिए वन मंत्री नागपुर की गोरेवाड़ा सफारी और गुजरात की वनतारा परियोजना का दौरा कर चुके हैं। वहां की सफारी का अवलोकन करने के बाद यहां भी प्रक्रिया तेज कर दी गई है। हरियाणा के पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा अरावली क्षेत्र में एक महत्वाकांक्षी जंगल सफारी परियोजना और अरावली ग्रीन वॉल प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार की गई है।

इस परियोजना का उद्देश्य न केवल इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना है, बल्कि जैव विविधता, वन्य जीव संरक्षण और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करना भी है। उन्होंने बताया कि अरावली भारत की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखला है, जो हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली सहित चार राज्यों में फैली हुई है, और 1.15 मिलियन हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करती है। केंद्र सरकार ने हरियाणा को ‘अरावली ग्रीन वॉल प्रोजेक्ट और ‘जंगल सफारी का दायित्व सौंपा है, जो पर्यावरणीय दृष्टिकोण से एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण के दौर में पर्यावरण संरक्षण एक वैश्विक चिंता बन गया है। उन्होंने कहा, प्रकृति और वन्यजीवों के प्रति संवेदनशील होकर ही हम पर्यावरण संतुलन बनाए रख सकते हैं। नागपुर और जामनगर जैसी परियोजनाओं से ली जा रही है प्रेरणा अरावली ग्रीन वॉल परियोजना के माध्यम से स्वदेशी प्रजातियों का वनरोपण, मृदा स्वास्थ्य में सुधार, भूजल पुनर्भरण और जैव विविधता को संरक्षित किया जाएगा। इससे न केवल हरियाणा के पर्यावरण को बल मिलेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को 'वन मित्र' के रूप में तथा हरित रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

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