दिल्ली में किस स्कूल ने कितनी बढ़ाई फीस, 10 दिन में बताएगी सरकार; निजी स्कूलों का होगा ऑडिट
फीस बढ़ोतरी को लेकर मचे हंगामे के बीच दिल्ली सरकार ने सोमवार को फैसला लिया कि एसडीएम के नेतृत्व में सभी निजी स्कूलों का ऑडिट होगा। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने घोषणा करते हुए कहा कि हम अगले 10 दिन में दिल्ली की जनता को बताएंगे कि किस स्कूल ने बीते वर्षों में कितनी फीस बढ़ाई है।

फीस बढ़ोतरी को लेकर मचे हंगामे के बीच दिल्ली सरकार ने सोमवार को फैसला लिया कि एसडीएम के नेतृत्व में सभी निजी स्कूलों का ऑडिट होगा। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने घोषणा करते हुए कहा कि हम अगले 10 दिन में दिल्ली की जनता को बताएंगे कि किस स्कूल ने बीते वर्षों में कितनी फीस बढ़ाई है। इस पूरे डाटा को हम शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर डालेंगे, ताकि लोग तय कर सकें कि कैसे झूठ फैलाया जा रहा है।
मंत्री आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली के सभी स्कूलों में एसडीएम के नेतृत्व में टीमें जाकर फीस बढ़ोतरी की जांच करेंगी। अगर स्कूल गलत तरीके से फीस बढ़ाने के दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पूर्व की आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में मनमानी फीस बढ़ोतरी हुई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अब वह राजनीति कर रहे हैं।
दिल्ली सचिवालय में पत्रकारों से बात करते हुए शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि पहली बार भाजपा सरकार दिल्ली के सभी एसडीएम के नेतृत्व में 1,677 निजी स्कूलों की ऑडिट रिपोर्ट की जांच करा रही है। कमेटी में एसडीएम के साथ तहसीलदार और अकाउंट विभाग के लोग भी शामिल हैं।
सरकार ने ईमेल आईडी जारी की
शिक्षा मंत्री ने बताया कि हमने निजी स्कूलों में फीस वृद्धि से संबंधित मामले को लेकर उपनिदेशक की अध्यक्षता में ईमेल आईडी ddeact1@gmail .com जारी की है, जिन अभिभावकों को फीस वृद्धि को लेकर कोई शिकायत हैं वह मेल कर सकते हैं। दिल्ली शिक्षा निदेशालय के दफ्तर में भी शिकायत कर सकते हैं।
पूर्व की सरकार ने नहीं कराया ऑडिट
आशीष सूद ने फीस बढ़ोतरी को लेकर आप नेताओं पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूर्व की आप सरकार के 10 साल के कार्यकाल में दिल्ली के 1,677 निजी स्कूलों में से सिर्फ 75 का ही हर साल ऑडिट किया गया। जबकि दिल्ली एजुकेशन एक्ट के तहत सभी स्कूलों का हर साल ऑडिट कराना जरूरी है। इसके बाद ही उन्हें फीस बढ़ाने की मंजूरी दी जाती है। फीस बढ़ोतरी को लेकर जो शिकायतें मिलीं उनकी जांच नहीं कराई गई। उन्होंने बताया कि डीपीएस, द्वारका ने 2020 से लेकर 2025 तक बीते पांच सालों में लगातार 20, 13, 9, 8, 7 फीसदी फीस बढ़ाई है।
सृजन स्कूल ने 2024-25 में 36 फीसदी फीस बढ़ाई है। एलकॉन इंटरनेशनल में 15 करोड़ रुपये की गड़बड़ी मिली थी, फिर भी स्कूल को 2022-23 में 15 और 2024-25 में 13 फीसदी फीस वृद्धि की मंजूरी दी गई। ये वो स्कूल है जिसका नाम विपक्ष के नेता बार-बार अपने आरोपों में लेते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई स्कूल हैं। सलवान पब्लिक स्कूल का नाम विपक्ष के लोग ले रहे हैं। इस स्कूल में 1 करोड़ 68 लाख रुपये का घपला पकड़ा गया। इस स्कूल ने भी 2023-24 में 23.84 फीसदी और 2024-25 में 14.68 फीसदी फीस बढ़ाई। उसके बाद भी विपक्ष कहता है कि फीस भाजपा ने बढ़ाई।
डीपीएस द्वारका की जांच शुरू
शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के निर्देश के बाद पहली बार डीपीएस, द्वारका की जांच डीएम के नेतृत्व में कमेटी बनाकर की जा रही है। स्कूल ने लगातार पांच साल फीस बढ़ाई है। सेंट ट्यूटोरियल स्कूल में फीस बढ़ी थी, लक्ष्मी पब्लिक स्कूल में भी फीस बढ़ी। फीस बढ़ोतरी मामले की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई करेंगे।