वैष्णव ने अहमदाबाद स्टेशन के पुनर्विकास और बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा की
अहमदाबाद रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास परियोजना जून 2027 तक पूरी होगी। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्टेशन का निरीक्षण किया और बताया कि इसका डिज़ाइन अहमदाबाद की संस्कृति को दर्शाएगा। परियोजना में...

-जून 2027 तक पूरा होगी अहमदाबाद रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास परियोजना -508 किलोमीटर लंबे मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेल कॉरिडोर में होंगे 12 स्टेशन
अहमदाबाद, ,एजेंसी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को एक दिवसीय दौरे पर गुजरात के आनंद पहुंचे। यहां उन्होंने अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति की समीक्षा की।
रेल मंत्री ने पश्चिमी रेलवे जोन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहमदाबाद रेलवे स्टेशन का दौरा किया और निर्माण कार्य का विस्तार से निरीक्षण किया। वैष्णव ने कहा, स्टेशन का डिज़ाइन और स्वरूप अहमदाबाद की संस्कृति और विरासत को दर्शाएगा। उन्हें उम्मीद है कि पुनर्विकास कार्य साढ़े तीन साल में पूरा हो जाएगा। पश्चिमी रेलवे के अनुसार, अहमदाबाद स्टेशन के पुनर्विकास कार्य को नवंबर 2023 में सौंपा गया था और इसे जून 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सूर्य मंदिर से प्रेरित है अहमदाबाद स्टेशन की परिकल्पना :
जारी बयान के अनुसार, ‘इस परियोजना में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच), पर्याप्त कार पार्किंग, कालूपुर आरओबी और सारंगपुर आरओबी को जोड़ने वाले एलिवेटेड रोड नेटवर्क, लैंडस्केप प्लाजा और यात्री सुविधाओं के साथ ट्रैक के ऊपर कॉनकोर्स क्षेत्र के रूप में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा प्रदान कर स्टेशन पर विरासत स्मारकों और नए सिटी सेंटर के एकीकरण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की परिकल्पना की गई है। पश्चिमी रेलवे ने यह भी कहा कि पुनर्विकसित अहमदाबाद स्टेशन भवन की वास्तुकला मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित है।
स्टेशन पर बनेगा 15 एकड़ का कॉन्कोर्स प्लाजा :
रेलवे ट्रैक के ऊपर 15 एकड़ का एक कॉन्कोर्स प्लाजा और सात एकड़ का एक मेजेनाइन प्लाजा बनाने की योजना बनाई गई है। इस कॉन्कोर्स में यात्रियों के लिए एक प्रतीक्षा क्षेत्र होगा। इसमें शौचालय, पीने का पानी, फूड कोर्ट, खुदरा दुकानें, कियोस्क और शिशु आहार कक्ष जैसी सुविधाएं होंगी। पश्चिमी रेलवे ने कहा, एक एलिवेटेड रोड नेटवर्क स्टेशन पर भीड़ कम करेगा। साथ ही रेलवे को राष्ट्रीय हाई-स्पीड रेल टर्मिनल (बुलेट ट्रेन), मेट्रो और बस रैपिड ट्रांसपोर्ट के साथ मल्टीमॉडल एकीकरण की सुविधा प्रदान करेगा।
स्टील पुल देखने पहुंचे रेल मंत्री :
स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद वैष्णव ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 200 मीटर लंबे स्टील पुल का दौरा किया। इसे नाडियाड के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 48 पर लॉन्च किया जाएगा। वैष्णव ने कहा कि पुल का गर्डर भारत में बनाया गया है और इसके निर्माण घटकों को यूपी स्थित हापुड़ के सालासर संयंत्र में सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। उन्होंने कहा, स्टील को टाटा, जेएसडब्ल्यू और सेल जैसे अग्रणी निर्माताओं से प्राप्त किया गया था, जिससे परियोजना के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री सुनिश्चित हुई। यह बुनियादी ढांचे के विकास में भारत की आत्मनिर्भरता और मेक इन इंडिया पहल के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बुलेट ट्रेन का स्टेशन देख जताया संतोष :
रेल मंत्री ने आनंद में बनने वाले बुलेट ट्रेन स्टेशन का भी दौरा किया और काम की गति की सराहना की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, करीब 360 किलोमीटर लंबे मार्ग पर निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य भी बहुत तेजी से चल रहा है। मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबे हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी, जिसमें 12 स्टेशन होंगे। परिचालन शुरू करने की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर वैष्णव ने कहा कि काम बहुत तेजी से चल रहा है। परिचालन जल्द से जल्द शुरू करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं।
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