Ahmedabad Station Redevelopment and Bullet Train Project Review by Rail Minister Vaishnav - Completion by June 2027 बुलेट ट्रेन परियोजना के 360 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का कार्य अंतिम चरण में : रेल मंत्री, Delhi Hindi News - Hindustan
Hindi NewsNcr NewsDelhi NewsAhmedabad Station Redevelopment and Bullet Train Project Review by Rail Minister Vaishnav - Completion by June 2027

बुलेट ट्रेन परियोजना के 360 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का कार्य अंतिम चरण में : रेल मंत्री

वैष्णव ने अहमदाबाद स्टेशन के पुनर्विकास और बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा की -जून

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 1 March 2025 07:24 PM
share Share
Follow Us on
बुलेट ट्रेन परियोजना के 360 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का कार्य अंतिम चरण में : रेल मंत्री

वैष्णव ने अहमदाबाद स्टेशन के पुनर्विकास और बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा की -जून 2027 तक पूरा होगी अहमदाबाद रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास परियोजना

-508 किलोमीटर लंबे मुंबई-अहमदाबाद हाईस्पीड रेल कॉरिडोर में होंगे 12 स्टेशन

नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड कॉरिडोर परियोजना के 360 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का कार्य अंतिम चरण में है। खास बात यह है कि भारतीय इस्पात से बने पुलों से बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। बुलेट ट्रेन के रेलवे स्टेशनों में मेक इन इंडिया के तहत तमाम कंपोनेंट का प्रयोग किया जा रहा है। पूर्व की सरकार की ओर से तकनीकी मंजूरी नहीं मिलने के कारण महाराष्ट्र में परियोजना में कुछ देरी हुई है। लेकिन बुलेट ट्रेन परियोजना अपनी पूरी रफ्तार से चल रही है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को हाईस्पीड कॉरिडोर परियोजना (508 किलोमीटर) के आणंद नाडियाड स्टेशन में निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारतीय विशेषज्ञों ने गुणवत्ता और गति के मामले में अद्वितीय प्रदर्शन किया है और जापान के विशेषज्ञ भी इसकी प्रशंसा कर रहे हैं।

रेल मंत्री ने आणंद के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग 48 को पार करने के लिए देश में पहली बार बनाए गए 100 मीटर के गर्डर को भी देखा। शत प्रतिशत भारतीय इस्पात का उपयोग करके हापुड़ के सालासर संयंत्र में स्टील गर्डर घटकों का निर्माण सफलतापूर्वक तैयार किया गया है। स्टील को टाटा, जेएसडब्ल्यू और सेल जैसे प्रमुख नर्मिाताओं से प्राप्त किया गया है, जिससे परियोजना के लिए उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री सुनिश्चित हुई।

निर्माण की गति बढ़ाने के लिए, स्टील गर्डर की असेंबली में विशेष ‘टीएचएसबी बोल्ट का उपयोग किया गया है। इन उच्च शक्ति वाले बोल्टों का उत्पादन पूरी तरह से भोपाल के उन्ब्राको कारखाने में किया गया है, जिसमें महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में उन्नत भारतीय विनिर्माण की भागीदारी को प्रदर्शित किया गया है।

पुल के स्थायत्वि के लिए, ‘सी 5 पेंट सिस्टम, जो अपने 20 साल के सेवा जीवन के लिए जाना जाता है, का उपयोग किया गया है। पेंट सामग्री का निर्माण पूरे भारत में निप्पॉन कारखानों में किया गया है, जो पर्यावरणीय कारकों के खिलाफ लंबे समय तक चलने वाली सुरक्षा सुनश्चिति करता है और स्टील पुलों के जीवनकाल को बढ़ाता है।

गर्डर का सपोर्ट करने के लिए मैगेबा द्वारा अपने कोलकाता संयंत्र में धातु से घिरे इलास्टोमेरिक बीयरिंग का निर्माण किया गया है। ये बीयरिंग झटके और आंदोलनों को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साथ ही पुल संरचनाओं की स्थिरता और दीर्घायु सुनश्चिति करते हैं।

13 नदियों पर बने हैं पुल :

अहमदाबाद-मुंबई हाई स्पीड रेल मार्ग पर 13 नदियों पर पुल का निर्माण किया गया है, जिसमें पांच स्टील पुल सहित दो पीएससी पुलों का निर्माण किया गया है। 11 जनवरी 2025 तक 253 किलोमीटर वायाडक्ट, 290 किलोमीटर गर्डर कास्टिंग के अलावा 358 किलोमीटर पियर और 112 किलोमीटर ट्रैक पर न्वाइज बैरियर लगाया जा चुका है। बुलेट ट्रेन का साल 2026 तक ट्रायल रन शुरू होने की संभावना है। बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी, जिसमें 12 स्टेशन होंगे। वैष्णव ने कहा कि परिचालन जल्द शुरू करने के प्रयास जारी हैं।

अहमदाबाद की संस्कृति को दर्शाएगा अहमदाबाद रेलवे स्टेशन : वैष्णव

रेल मंत्री ने पश्चिमी रेलवे जोन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पुनर्विकास परियोजना का दौरा भी किया। वैष्णव ने कहा, स्टेशन का डिज़ाइन और स्वरूप अहमदाबाद की संस्कृति और विरासत को दर्शाएगा। उन्हें उम्मीद है कि पुनर्विकास कार्य साढ़े तीन साल में पूरा हो जाएगा। अहमदाबाद स्टेशन के पुनर्विकास कार्य को नवंबर 2023 में सौंपा गया था और इसे जून 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। झुलती मीनार स्मारक को ध्यान में रखते हुए इसके निर्माण और डिजाइन पर बहुत ध्यान दिया गया है। पुनर्विकास भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी अमृत भारत स्टेशन परियोजना का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य देश भर में 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को बदलना है। वैष्णव ने मीडिया से कहा कि गुजरात में 97 प्रतिशत रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण हो चुका है। वहीं दाहोद कारखाने में जल्द ही इंजनों का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

अहमदाबाद स्टेशन पर बनेगा 15 एकड़ का कॉन्कोर्स प्लाजा :

अहमदाबाद स्टेशन पर रेलवे ट्रैक के ऊपर 15 एकड़ का एक कॉन्कोर्स प्लाजा और सात एकड़ का एक मेजेनाइन प्लाजा बनाने की योजना बनाई गई है। इस कॉन्कोर्स में यात्रियों के लिए एक प्रतीक्षा क्षेत्र होगा। इसमें शौचालय, पीने का पानी, फूड कोर्ट, खुदरा दुकानें, कियोस्क और शिशु आहार कक्ष जैसी सुविधाएं होंगी। पश्चिमी रेलवे ने कहा, एक एलिवेटेड रोड नेटवर्क स्टेशन पर भीड़ कम करेगा। साथ ही रेलवे को राष्ट्रीय हाई-स्पीड रेल टर्मिनल (बुलेट ट्रेन), मेट्रो और बस रैपिड ट्रांसपोर्ट के साथ मल्टीमॉडल एकीकरण की सुविधा प्रदान करेगा। पुनर्विकसित अहमदाबाद स्टेशन भवन की वास्तुकला मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।