मौसम:आज तेज हवा और हल्की बारिश की संभावना
-मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट -तापमान में हो सकती है गिरावट - वायु

- वायु गुणवत्ता में सुधार से ग्रेप के पहले चरण के प्रतिबंध हटाए गए नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता राजधानी का मौसम एक बार फिर करवट ले सकता है। मौसम विभाग ने गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया है। आईएमडी से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को तेज आंधी भी आ सकती है। 30 से 40 किलो मीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जताई गई है। मौसम की जानकारी देने वाली वेबसाइट स्काई मेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार 2 मई से नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा।
जिसके कारण केरल, पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश संभव है। वहीं पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, राजस्थान में धूल भरी आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। पहले आईएमडी ने तीन दिन का यलो अलर्ट जारी किया था लेकिन अब केवल शुक्रवार के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इस बीच अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है। गुरुवार को भी राजधानी में तेज हवा और हल्की बारिश की संभावना जताई गई थी लेकिन शाम 7 बजे तक कहीं बारिश दर्ज नहीं की गई। गुरुवार को अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया यह सामान्य से .07 तथा न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। 6 मई तक लू की संभावना नहीं मौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा है कि 6 मई तक राजधानी में लू की संभावना नहीं है। अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। न्यूनतम तापमान भी 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। वायु गुणवत्ता में सुधार, ग्रेप के पहले चरण के प्रतिबंध हटाए गए दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार के मद्देनजर 'ग्रैडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान' (ग्रेप) के अंतर्गत पहले चरण के प्रतिबंधों को हटा दिया गया है। यह निर्णय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की उप-समिति द्वारा गुरुवार को लिए गए एक समीक्षात्मक बैठक के बाद लिया गया। आयोग ने बताया कि दिल्ली में तेज हवाओं और अनुकूल मौसमीय परिस्थितियों के कारण वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है और गुरुवार को एक्यूआई 184 दर्ज किया गया, जो कि ‘सुधार श्रेणी में आता है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम संस्थान (आईआईटीएम) के पूर्वानुमानों के अनुसार, आगामी दिनों में भी एक्यूआई सुधार की श्रेणी में बने रहने की संभावना है। गौरतलब है कि ग्रेप के स्टेज-1 के तहत निर्माण कार्यों, खुले में कचरे के जलने और सड़कों पर धूल नियंत्रण जैसी गतिविधियों पर कुछ प्रतिबंध लगाए गए थे, जिनका उद्देश्य वायु प्रदूषण को नियंत्रित करना था। अब जब वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है, तो आयोग ने 2 अप्रैल 2025 को जारी किए गए आदेश को रद्द करने का निर्णय लिया है। आयोग ने सभी संबंधित एजेंसियों और राज्य सरकारों को निर्देशित किया है कि वे सतत प्रयास करते रहें ताकि वायु गुणवत्ता फिर से खराब न हो। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर ग्रेप के अन्य चरणों को समय रहते लागू किया जा सके।
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