If Brahmos fires then there will be devastation in Pakistan why do enemy countries tremble at this missile अगर ब्रह्मोस दगा... तो पाकिस्तान में मचेगी तबाही, क्यों इस मिसाइल से कांपते हैं दुश्मन देश?, India Hindi News - Hindustan
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अगर ब्रह्मोस दगा... तो पाकिस्तान में मचेगी तबाही, क्यों इस मिसाइल से कांपते हैं दुश्मन देश?

सिर्फ कुछ सेकंड का वक्त मिलेगा, फिर तबाही की आंधी सब कुछ रौंद देगी। ब्रह्मोस मिसाइल अगर पाकिस्तान की तरफ चली, तो बचाव का कोई मौका नहीं बचेगा। जानिए क्यों ये हथियार दुश्मनों के होश उड़ाने के लिए काफी है।

Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तानThu, 1 May 2025 09:29 PM
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अगर ब्रह्मोस दगा... तो पाकिस्तान में मचेगी तबाही, क्यों इस मिसाइल से कांपते हैं दुश्मन देश?

जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद हर किसी के अंदर आक्रोश भरा हुआ है। इस हमले के मद्देनजर भारत, पाकिस्तान में पनप रहे आतंक पर वार करने के लिए के लिए रणनीति तैयार कर रहा है। भारत के ऐक्शन को देख पाकिस्तानी सरकार बिलबिलाई हुई है, और लगातार जंग की धमकी दे रहा है। भारत के पास कई अत्याधुनिक हथियार, मिसाइल और डिफेंस सिस्टम मौजूद है, जिसके आगे पाकिस्तान की ताकत बौनी नजर आती है। जब बात भारत की ताकत की हो तो ब्रह्मोस मिसाइल की चर्चा जरूरी हो जाती है।

ब्रह्मोस मिसाइल सिर्फ एक हथियार नहीं, बल्कि भारत-रूस की साझेदारी से तैयार किया गया एक महाशक्ति का प्रतीक है। इसका नाम ब्रह्मपुत्रा और मस्कवा नदियों से लिया गया है। इसकी सबसे बड़ी ताकत है इसकी रफ्तार- Mach 2.8 से 3 , यानी आवाज की गति से तीन गुना तेज है। इस मिसाइल को ट्रैक करना और रोकना दुश्मन के लिए नामुमकिन जैसा है।

क्या है ब्रह्मोस की खासियत?

ब्रह्मोस मिसाइल को दुनिया की सबसे खतरनाक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में शुमार किया जाता है, और इसकी खासियतें इसे दुश्मन को हिला के रख देती हैं। सबसे पहले बात करें इसकी सटीकता की, तो ब्रह्मोस चलते हुए टारगेट को भी बेहद सटीकता से भेद सकती है। इसका मतलब ये हुआ कि अगर दुश्मन का टारगेट हिल भी रहा हो, तब भी ये मिसाइल सीधा उस पर वार कर सकती है।

ब्रह्मोस की सबसे बड़ी ताकत इसकी लॉन्चिंग फ्लेक्सिबिलिटी है। इसे जमीन से मोबाइल लॉन्चर के जरिए, समुद्र से युद्धपोतों या पनडुब्बियों के माध्यम से, और हवा से शुखोई जैसे लड़ाकू विमानों से दागा जा सकता है। यानी ये मिसाइल तीनों मोर्चों- जमीन, समुद्र और आकाश से हमला कर सकती है।

इसके अलावा, ब्रह्मोस का वारहेड भी बेहद घातक है। इसमें 200 से 300 किलो तक का भारी विस्फोटक ले जाने की ताकत है, जो किसी भी दुश्मन के बंकर, छावनी या पोत को तबाह करने के लिए काफी है। इस मिसाइल की एक खास बात इसकी लो-फ्लाइंग तकनीक है। यह जमीन या समुद्र की सतह के बेहद करीब उड़ती है, जिससे दुश्मन के रडार इसे समय रहते पकड़ नहीं पाते। जब तक दुश्मन इसे समझे, तब तक ये अपने लक्ष्य पर तबाही मचा चुकी होती है।

रेंज की बात करें तो शुरुआत में इसकी मारक दूरी 290 किलोमीटर तक सीमित थी, लेकिन अब इसमें ऐसे वर्जन आ चुके हैं जो 400 से 500 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर तक मार कर सकते हैं। यानी अब दुश्मन को कहीं भी छुपने की जगह नहीं मिलती।

आखिर में ब्रह्मोस मिसाइल में लगा स्मार्ट गाइडेंस सिस्टम इसे और भी खतरनाक बना देता है। यह मिसाइल जीपीएस और उन्नत मार्गदर्शन तकनीक की मदद से बिल्कुल सटीक निशाना लगाती है, जिससे इसका चूकना नामुमकिन हो जाता है। यही तमाम खूबियां मिलकर ब्रह्मोस को पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि दुनिया के किसी भी दुश्मन देश के लिए एक अत्यंत घातक हथियार बनाती हैं।

पाकिस्तान के लिए क्यों है चिंता की बात?

पाकिस्तान की मौजूदा मिसाइल डिफेंस सिस्टम ब्रह्मोस जैसी तेज और एडवांस मिसाइल को रोकने में सक्षम नहीं है। इसकी रफ्तार इतनी तेज है कि पाकिस्तान के रडार और सुरक्षा प्रणाली को रिएक्ट करने का वक्त ही नहीं मिलेगा। और अगर ये मिसाइल एक साथ तीनों दिशाओं- आसमान, जमीन और समंदर से दाग दी जाए, तो पता लगाना तक मुश्किल हो जाएगा कि हमला कहां से आया।

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अगर भारत कभी इस मिसाइल का उपयोग करता है, तो पाकिस्तान के सैन्य अड्डे, आतंकी ठिकाने और सामरिक संरचनाएं कुछ मिनटों में तबाह हो जाएंगी। ब्रह्मोस से एक दो नहीं, बल्कि पूरे युद्ध का रुख पलटा जा सकता है। यही वजह है कि आज भी यह मिसाइल भारत की सामरिक शक्ति का सबसे बड़ा ट्रंप कार्ड मानी जाती है।