इटावा में उड़द मूंग की फसल पर सूड़ी का प्रकोप, किसान परेशान
Etawah-auraiya News - पूर्वी हवा चलने से किसानों की जायद की उड़द और मूंग की फसल में सूड़ी लगने से नुकसान हो रहा है। सूड़ी पौधों का रस चूसकर उन्हें सुखा रही है, जिससे किसान दवा का छिड़काव कर रहे हैं। यह समस्या आलू और सरसों की...

पूर्वी हवा चलने से जायद की उड़द मूंग की फसल में सूड़ी लगने से नुकसान हो रहा है। सूड़ी पौधों का रस चूसकर सुखा रही है। जिससे परेशान किसान उड़द व मूंग की फसल में दो-दो बार दवा का छिड़काव कर रहे हैं। आलू व सरसों की फसल के बाद खाली पड़े खेतों में अधिकांश किसानों ने जायद की फसल के रूप में उड़द व मूंग की फसल तैयार कर रहे हैं। जायद की फसल को किसान अतिरिक्त मुनाफे के तौर पर कर लेते हैं। आलू व सरसों की फसल में नुकसान होने पर जायद की फसल से इसका उसकी पूर्ति कर लेते हैं परंतु अब जायद की उड़द मूंग की फसल में रोग अधिक लगने से उसकी लागत भी बढ़ रही है जिससे किसानों को खास मुनाफा नहीं हो पता है।
महेवा ब्लॉक क्षेत्र में दर्जनों गांवों में 20 दिन से लेकर एक महीने से अधिक की किसानों की उड़द व मूंग की फसल खड़ी हुई है। जिसमें सूड़ी लग रही है।ये सूड़ी रात की नमी में आकर पौधे से लिपटी रहकर पौधे का रस चूस कर उसको सुखा देती है।इस क्षेत्र में पांच हजार हेक्टेयर से अधिक ज्यादा इस फसल का रकबा है। जनता कॉलेज बकेवर के कृषि विशेषज्ञ डा. एसके विश्वकर्मा बताते हैं कि किसानों को दवा का छिड़काव समय से करते रहना चाहिए। एक से दो बार दवा का छिड़काव जरूर कर दें तब तक पौधा इतना ग्रोथ पकड़ जाता है कि फिर अधिक प्रभाव नहीं रहता है।
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