एक प्रधानमंत्री के पत्राचार को देश के सामने क्यों नहीं लाया जाए: शेखावत
नई दिल्ली, एजेंसी। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से संबंधित निजी दस्तावेजों के संग्रह को

नई दिल्ली, एजेंसी। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से संबंधित निजी दस्तावेजों के संग्रह को व्यापक रूप से सुलभ बनाने की मांग के बीच केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कहा कि बेहद निजी पत्रों' को छोड़कर, एक प्रधानमंत्री के पत्राचार को देश के सामने क्यों नहीं लाया जाना चाहिए? नेहरू मध्य दिल्ली में स्थित तीन मूर्ति भवन में रहते थे। इस भवन को उनके निधन के बाद नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) में बदल दिया गया था जिसमें पुस्तकों और दुर्लभ अभिलेखों का समृद्ध संग्रह है। एनएमएमएल सोसाइटी ने जून 2023 में आयोजित अपनी विशेष बैठक में इसका नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (पीएमएमएल) सोसाइटी रखने का संकल्प लिया था।
शेखावत ने कहा, यदि देश के प्रधानमंत्री ने किसी को पत्र लिखा है, तो बेहद निजी पत्रों को छोड़कर, यह देश के सामने क्यों नहीं आना चाहिए। अहमदाबाद के एक स्थानीय कॉलेज में इतिहास पढ़ाने वाले रिजवान कादरी ने सितंबर में भी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी को पत्र लिखकर नेहरू से संबंधित उन निजी दस्तावेजों तक भौतिक या डिजिटल पहुंच की अनुमति देने का अनुरोध किया था, जो उनके पास हैं।
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