विदेश ::: मानवता की सेवा में तकनीक के प्रयोग से भविष्य निर्माण संभव : जितिन प्रसाद
संयुक्त राष्ट्र में केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि केवल मशीनों से भविष्य का निर्माण नहीं किया जा सकता। उन्होंने तकनीक का मानवता की सेवा में उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रसाद ने...

संयुक्त राष्ट्र, एजेंसी केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद का कहना है कि केवल मशीनों से ही भविष्य का निर्माण नहीं किया जा सकता। भविष्य का निर्माण तभी संभव है जब तकनीक का प्रयोग मानवता की सेवा में किया जाए।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत कृषि व स्मार्ट शहरीकरण के क्षेत्र में डिजीटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे (डीपीआई) का विस्तार कर रहा है और वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ अपनी सफलता को साझा करने के लिए तैयार है।
प्रसाद ने कहा कि डीपीआई का उद्देश्य सामाजिक स्तर पर नागरिकों को सशक्त बनाना, बेहतर शासन व समेकित और टिकाऊ विकास करना है। उन्होंने कहा कि केवल मशीनों से ही भविष्य का निर्माण नहीं किया जाएगा बल्कि मानवता की सेवा के लिए किए गए तकनीक के चयन से भविष्य का निर्माण संभव है। उन्होंने कहा कि भारत में निचले स्तर के अंतिम व्यक्ति तक सेवा का लाभ पहुंचाने की सोच के साथ कृत्रिम मेधा का विकास किया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79 वें सत्र के अध्यक्ष फिलेमन यांग ने डिजीटल क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलावों व डीपीआई के अग्रणी निवेश के लिए भारत की सराहना की। उन्होंने कहा कि तकनीक मानव जीवन के हर पहलू को प्रभावित करते हुए अर्थव्यवस्थाओं में क्रांतिकारी बदलाव कर रही है।
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