पार्टी जब मुश्किल में थी तो 71 दिन क्यों गायब रहे राघव चड्ढा, किस बात का दुख; पहली बार खुलकर बोले
राघव इस बात से दुखी भी हैं कि उनकी निष्ठा पर सवाल उठाए गए और अफवाह फैलाई गई। राज्यसभा सांसद ने कहा कि वह एक पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक लंदन गए और फिर वहां एक सर्जरी करानी पड़ी।

आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने पहली बार विस्तार से बताया है कि जिस दौरान अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा, वह क्यों 71 दिनों तक गायब रहे। राघव चड्ढा ने बताया कि कैसे वह पहले से तय एक कार्यक्रम के मुताबिक लंदन गए थे और फिर वहां सेहत की वजह से रुकना पड़ा। राघव इस बात से दुखी भी हैं कि उनकी निष्ठा पर सवाल उठाए गए और अफवाह फैलाई गई।
इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में अपनी पत्नी परिणीति चोपड़ा के साथ शामिल हुए राघव चड्ढा से सवाल किया गया था कि जब पार्टी मुसीबत में थी और केजरीवाल को जेल जाना पड़ा उस समय वह इतने समय तक गायब क्यों रहे? इस सवाल के लिए धन्यवाद देते हुए राघव ने कहा कि उन्हें अपनी दिल की बात रखने का मौका मिला है। उन्होंने कहा, 'पहली बात तो यह है कि यह पहले से तय प्रोग्राम था। मार्च के पहले हफ्ते में, लंदन कॉलेज ऑफ इकनॉमिक्स में बुलाया गया था। वहां कार्यक्रम में शामिल होना था और लेक्चर भी देना था।'
राघव ने आगे कहा, 'कार्यक्रम के बाद मुझे आंख में थोड़ी परेशानी महसूस हुई। वहां डॉक्टरों को दिखाया तो पता लगा कि मेरा 15 साल पहले आंख का जो ऑपरेशन हुआ था वही समस्या फिर उभर रही है। मेरी आंख के रेटिना में छोटे छोटे स्पॉट थे जिन्हें सील करने की जरूरत थी। डॉक्टरों ने कहा कि आपको तुरंत वह सर्जरी करानी होगी। अगर वह इलाज ना होता तो परमात्मा ना करे आंखों से संबंधित कुछ और भी समस्या हो सकती थी। एहतियात के तौर पर वह सर्जरी वहां पर हुई। जब मेरा इलाज चल रहा थी उसी दौरान मेरे नेता अरविंद केजरीवाल जी को जेल जाना पड़ा।'
पंजाब से राज्यसभा सांसद चड्ढा ने कहा कि जैसे ही इलाज समाप्त हुआ वह दिल्ली आ गए। 25 मई को दिल्ली चुनाव और 1 जून को पंजाब में चुनाव होना था। राघव ने कहा कि वह मई के पहले हफ्ते में आ गए और पूरे महीने यहां पर रहकर प्रचार की कमान संभाली, रोड शो किए, रैलियां कीं। उन्होंने अपनी तकलीफ जाहिर करते हुए कहा, 'लेकिन एक धारणा यह बनाई गई कि पता नहीं कहां चले गए, क्यों चले गए। कई आरोप भी लगाए गए, मुझे इस बात का दुख भी होता है कि मेरे आलोचक जो एक छोटा तबका है, 13 साल का जो मेरा सफर है, मैं 2011 से इस आंदोलन-पार्टी से जुड़ा हूं, मेरी 13 साल की लंबी तपस्या को एक आरोप लगाकर, अफवाह फैलाकर शून्य कर दिया।' गौरतलब है कि 'आप' के भी कुछ नेताओं ने खुलकर तो कुछ ने दबी जुबान में राघव पर आरोप लगाए थे।
चड्ढा ने कहा कि एक तरफ जहां उन पर आरोप लगाए गए तो दूसरी तरफ बहुत से लोगों ने उनकी चिंता भी की। उन्होंने कहा, 'इस बीच जितने लोगों ने मेरी फिक्र की वह भी लाजवाब था। बहुत लोगों ने मुझे मैसेज भेजे, फोन किए, ईमेल भेजे और मेरी सेहत को लेकर चिंता व्यक्त की। मेरा जिक्र भी हुआ, मेरा फिक्र भी हुआ। मेरी सेहत को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। मेरा जिक्र भी हुआ और मेरा फिक्र भी हुआ। मेरे परिवार के लिए बी बहुत मुश्किल समय था। मेरी वाइफ मेरे साथ मौजूद थी, मेरे पिता और मां हिन्दुस्तान में थे। उन सबके लिए काफी मुश्किल लम्हा था, परमात्मा ने साथ दिया और उस मुश्किल समय से हम लोग निकलें और मेरी आंखें पूरी तरह ठीक हैं।' उन्होंने कहा कि सच्चाई ज्यादा छुप नहीं सकती।
पति को लेकर हुए इस विवाद पर परिणीति ने कहा कि किसी की हेल्थ को लेकर इतना मुश्किल समय था और वह किस चीज में ट्विस्ट हो गया। क्या हुआ, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था। मुझे उम्मीद है कि फिर दोबारा ऐसा ना हो।