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तिहाड़ जेल से पैरोल लेकर भागने वाले 65 फीसदी अपराधी हत्या के दोषी, दिल्ली पुलिस कर रही तलाश

  • पैरोल एवं जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर निकलकर फरार हुए 200 से ज्यादा कैदियों की तलाश दिल्ली पुलिस कर रही है। इन कैदियों में से लगभग 65 फीसदी ऐसे हैं जो हत्या के मामले में अदालत से सजा पा चुके हैं। जेल में सजा काटने के दौरान उन्होंने किसी बहाने से पैरोल या जमानत ली और बाहर निकलते ही फरार हो गए।

Utkarsh Gaharwar लाइव हिन्दुस्तान, दिल्लीMon, 24 Feb 2025 10:29 AM
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तिहाड़ जेल से पैरोल लेकर भागने वाले 65 फीसदी अपराधी हत्या के दोषी, दिल्ली पुलिस कर रही तलाश

पैरोल एवं जमानत पर तिहाड़ जेल से बाहर निकलकर फरार हुए 200 से ज्यादा कैदियों की तलाश दिल्ली पुलिस कर रही है। इन कैदियों में से लगभग 65 फीसदी ऐसे हैं जो हत्या के मामले में अदालत से सजा पा चुके हैं। जेल में सजा काटने के दौरान उन्होंने किसी बहाने से पैरोल या जमानत ली और बाहर निकलते ही फरार हो गए। इनमें सीरियल किलर चंद्रकांत झा का भी नाम शामिल है, जिसे कुछ दिन पहले ही अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा समय-समय पर फरार चल रहे कैदियों की सूची दिल्ली पुलिस को भेजी जाती है। खासतौर से ऐसे अपराधी जो बेहद गंभीर वारदातों में शामिल रहे हैं।

पुलिस अधिकारियों द्वारा यह सूची स्पेशल सेल और अपराध शाखा की टीम को सौंपी जाती है ताकि वह इनको पकड़े। इस सूची में मौजूद कैदियों का पुलिस द्वारा सत्यापन भी किया जाता है। अगर किसी की जमानत बढ़ी हो, किसी दूसरी जेल में चला गया हो, उसकी मौत हो गई हो या उसकी सजा अदालत से कम हुई हो तो इस जानकारी से जेल प्रशासन को अवगत कराया जाता है।

तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से जनवरी में दिल्ली पुलिस को ऐसे 227 कैदियों की सूची सौंपी गई है जो पैरोल या जमानत पर निकलकर फरार हो गए हैं। इनमें से 148 कैदी हत्या की वारदात के चलते जेल में अपनी सजा काट रहे थे, लेकिन सजा पूरी होने से पहले ही वह फरार हो गए हैं। इसमें सबसे पुराना हत्या का मामला दिल्ली कैंट थाने का वर्ष 1989 का है, जिसमें मध्य प्रदेश निवासी अनिल कुमार तिवारी दोषी है। फरार होने वालों में हत्या की दोषी तीन महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस इन कैदियों को लेकर जानकारी जुटा रही है ताकि उन्हें गिरफ्तार कर वापस जेल भेजा जा सके।

अदालत से जमानत मिलने पर सैकड़ों विचाराधीन कैदी भी फरार हो रखे हैं। इनमें कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू और राशिद केबलवाला भी शामिल हैं। यह संगठित रूप से गिरोह चलाते हैं, जिसके चलते इन पर पुलिस ने मकोका भी लगाया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह दोनों ही गैंगस्टर अवैध तरीके से भारत छोड़कर विदेश भाग गए हैं।