गंगा दशहरा के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करना शुभ होता है। गंगा दशहरा पर गंगा जी में कम से कम 3 डुबकी लगानी चाहिए। ये तीन डुबकी त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) और त्रिमूर्ति (सृष्टि, पालन, संहार) का प्रतीक है।
साथ ही गंगा में स्नान करते समय कम से कम 3, 5 या 7 बार डुबकी लगानी चाहिए। यह संख्या स्नान के लिए शुभ मानी जाती है।
इसके अलावा गंगा स्नान करते हुए 5, 7 या 12 बार भी डुबकी भी लगाई जा सकती है। डुबकी लगाते वक्त कुछ विशेष मंत्र का जाप भी करना चाहिए।
'गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति, नर्मदे सिंधु कावेरी जलेस्मिन् सन्निधिं कुरू' 'ऊँ नमः गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नमः'।। इस मंत्र का जाप गंगा स्नान करते समय करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने से अमृत की प्राप्ति होती है।
गंगा या समस्त पूजनीय नदी को बेहद पवित्र माना गया है इसलिए गंगा स्नान करने से पहले पानी से अपने शरीर को साफ कर लेना चाहिए। गंगा में स्नान के दौरान साबुन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से दोष लगता है।
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