तड़के के बिना हम भारतीयों की कोई भी डिश लगभग अधूरी है। रोजाना बनने वाली दाल या सब्जी में जबतक देसी तड़का ना एड हो, तबतक तो खाना फीका सा ही लगता है। तड़के में ज्यादातर शामिल होते हैं कुछ मसाले और ढेर सारी प्याज। लगभग हर सब्जी या दाल में हम प्याज को तड़के में शामिल जरूर करते हैं। लेकिन हर सब्जी में प्याज डाला जाना ना तो ठीक है ना ही जरूरी। दरअसल कुछ सब्जियां ऐसी भी हैं जिनमें प्याज एड कर के ना सिर्फ उनका टेस्ट खराब हो जाता है, बल्कि कई बार सेहत पर भी कुछ नेगेटिव असर हो सकते हैं। तो चलिए आज जानते हैं इन्हीं सब्जियों के बारे में।
तुरई की सब्जी सेहत के लिए बड़ी फायदेमंद होती है। अगर आपको कुछ हल्का-फुल्का खाने का मन है तो तुरई की सब्जी बेस्ट है। लेकिन जब आप इसे बनाते हुए प्याज डाल देती हैं, तो इससे ना सिर्फ तुरई का टेस्ट खत्म हो जाता है बल्कि ये पचाने में हेवी भी हो जाती है। तुरई का असली टेस्ट चाहिए और कुछ लाइट खाने का मन है, तो हल्के जीरे का तड़का ही तुरई के लिए बेस्ट रहेगा।
लौकी की सब्जी बनाते हुए भी प्याज डालने से बचें। दरअसल पानी से भरपूर लौकी पचाने में बेहद आसान होती है और शरीर को ठंडक देने का काम करती है। जब आप इसमें प्याज डाल देती हैं तो इसकी थी कूलिंग प्रॉपर्टीज कम हो जाती हैं और साथ ही इसे पचाना भी थोड़ा मुश्किल हो जाता है। प्याज लौकी के अनोखे फ्लेवर को भी खत्म कर देती है। इसलिए लौकी का पूरा टेस्ट और फायदा चाहिए तो सिंपल जीरे, हींग या हरी मिर्च का तड़का ही बेस्ट रहेगा।
बैंगन के भर्ते का असली स्वाद तो उसके स्मोकी फ्लेवर में ही है। अगर आप उसका वही स्मोकी फ्लेवर बरकार रखना चाहती हैं, तो प्याज डालने से बचें। दरअसल प्याज डालने से उसका नेचुरल रोस्टेड फ्लेवर काफी माइल्ड सा हो जाता है। इसके अलावा प्याज फ्राई करने के लिए ढेर सारा ऑयल भी इस्तेमाल होता है, जो फालतू की कैलोरिज बढ़ाता है और बैंगन के एंटी ऑक्सीडेंट्स को भी कम करता है।
कद्दू काफी नर्म होता है और उसके स्वाद में भी थोड़ी सी मिठास रहती है। इसके स्वाद और टेक्सचर के साथ प्याज का स्ट्रांग फ्लेवर अच्छी तरह मैच नहीं हो पाता है। ऐसे में आप कद्दू की सब्जी खाते तो हैं लेकिन कद्दू का स्वाद उसमें अच्छी तरह नहीं आता। ऐसे में कद्दू का ऑथेंटिक टेस्ट चाहते हैं, तो जीरा, हरीमिर्च, मेथी दाना और हींग जैसी चीजों से सिंपल सा तड़का लगाएं। इससे कद्दू टेस्टी भी बनेगा और पचाने में भी आसान होगा।
प्रॉपर देसी और ऑथेंटिक सरसों का साग टेस्ट करना है, तो उसे बिना प्याज के ही बनाएं। पंजाबी सरसों के साग में भी प्याज नहीं डाली जाती है। दरअसल प्याज डालने से सरसों के साग का वो देसी फ्लेवर और खुशबू कम हो जाती है और ऑथेंटिक स्वाद नहीं मिल पाता। इसके अलावा सरसों का साग आयरन रिच होता है लेकिन प्याज उसके न्यूट्रिशन एब्जॉरपशन को कम कर देती है।
टिंडे की सब्जी भी बिना प्याज के ज्यादा टेस्टी बनती है। इसमें प्याज डालने से टिंडे का माइल्ड टेस्ट खत्म हो जाता है और इसके सॉफ्ट टेक्सचर के साथ प्याज का कुरकुरापन अच्छा भी नहीं लगता। इसलिए टिंडे को हमेशा जीरे और हींग के तड़के में बनाना चाहिए।