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लंदन जाने से पहले सीने से लगकर बोली खुशबू- जल्दी लौटूंगी मां, लेकिन...

अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने न सिर्फ कई जिंदगियां छीन लीं, बल्कि पीछे छोड़ गए ऐसे जख्म जो शायद ही कभी भर सकें। राजस्थान के बालोतरा निवासी मदन सिंह राजपुरोहित की वो एक तस्वीर, जिसमें वह अपनी बेटी खुशबू के साथ एयरपोर्ट पर खड़े हैं — अब सिर्फ याद बनकर रह गई है।

Sachin Sharma लाइव हिन्दुस्तानThu, 12 June 2025 11:02 PM
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लंदन जाने से पहले सीने से लगकर बोली खुशबू- जल्दी लौटूंगी मां,  लेकिन...

अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने न सिर्फ कई जिंदगियां छीन लीं, बल्कि पीछे छोड़ गए ऐसे जख्म जो शायद ही कभी भर सकें। राजस्थान के बालोतरा निवासी मदन सिंह राजपुरोहित की वो एक तस्वीर, जिसमें वह अपनी बेटी खुशबू के साथ एयरपोर्ट पर खड़े हैं — अब सिर्फ याद बनकर रह गई है। यह कोई आम फोटो नहीं, बल्कि एक पिता मां-बेटी के रिश्ते की वो आखिरी झलक थी, जिसमें आंखों में हजारों सपने और चेहरों पर मुस्कान थी। खुशबू लंदन में रहने वाले अपने डॉक्टर पति के पास जा रही थी। पिता मदन सिंह ने खुद अपनी बेटी को अहमदाबाद एयरपोर्ट छोड़ा। बेटी को गले लगाया, आशीर्वाद दिया और भारी मन से विदा किया।

पिता का दिल तो जैसे पहले ही कुछ महसूस कर चुका था। बेटी को छोड़कर जैसे ही वे मेहसाणा के पास पहुंचे, मोबाइल की घंटी बजी — उस तरफ से आवाज आई, “वो फ्लाइट क्रैश हो गई है जिसमें खुशबू थी।”उस पल मानो वक्त रुक गया। शरीर सुन्न हो गया। आंखें फटी रह गईं और दिल से सिर्फ एक चीख निकली — “खुशबू!” मदन सिंह के परिवार में कोहराम मच गया। जो बेटी कुछ देर पहले मुस्कुरा रही थी, वो अब लौटकर कभी नहीं आएगी। जो पिता कुछ देर पहले बेटी को सुरक्षित छोड़ने का सुकून महसूस कर रहा था, अब वो ही सबसे बड़ा खालीपन बन गया। घर में खुशबू की शादी की तस्वीरें, उसकी खिलखिलाहट, उसकी पसंदीदा चीजें — सब कुछ वैसा ही है, बस नहीं है तो खुशबू। एक पिता की आंखें बार-बार दरवाजे की ओर उठती हैं, मानो अभी बेटी कहेगी — “पापा, मामैं आ गई...”पर अब सिर्फ वो आखिरी तस्वीर बची है। उस तस्वीर में एक बेटी और एक पिता के बीच वो भावना है, जिसे कोई शब्द पूरी तरह बयां नहीं कर सकता। अहमदाबाद विमान हादसा सिर्फ एक हादसा नहीं, अनगिनत परिवारों के जीवन की स्थायी टीस है। और मदन सिंह राजपुरोहित के लिए — यह हमेशा वो अधूरा पल रहेगा, जब उन्होंने अपनी बेटी को आखिरी बार देखा, गले लगाया... और फिर वो हमेशा के लिए दूर चली गई।

अब सवाल सिर्फ इतना नहीं कि हादसा कैसे हुआ, सवाल ये भी है कि जो चले गए... उनके अपनों का क्या?

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