Retired soldier and his brother cheated people of Rs 2676 crore in the name of smart city रिटायर्ड फौजी और भाई ने मिलकर ठगे 2676 करोड़ रुपये, स्मार्ट सिटी के नाम पर कैसे मचाई लूट?, Rajasthan Hindi News - Hindustan
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रिटायर्ड फौजी और भाई ने मिलकर ठगे 2676 करोड़ रुपये, स्मार्ट सिटी के नाम पर कैसे मचाई लूट?

इतनी बड़ी ठगी को अंजाम देने वाले भाइयों के नाम सुभाष बिजारानी और रणवीर बिजारानी हैं। इन लोगों ने नेक्सा एवरग्रीन नामक एक कंपनी बनाई और लोगों को अपने जाल में फंसाकर इतनी बड़ी ठगी को अंजाम दिया।

Ratan Gupta लाइव हिन्दुस्तान, जयपुरSun, 15 June 2025 05:30 PM
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रिटायर्ड फौजी और भाई ने मिलकर ठगे 2676 करोड़ रुपये, स्मार्ट सिटी के नाम पर कैसे मचाई लूट?

राजस्थान से 2676 करोड़ रुपये ठगने का मामला सामने आया है। इतनी बड़ी ठगी को अंजाम देने के लिए दो भाइयों ने फर्जी कंपनी बनाई और करीब 70000 लोगों को अपने जाल में फंसा लिया। इतनी बड़ी ठगी को अंजाम देने वाले भाइयों के नाम सुभाष बिजारानी और रणवीर बिजारानी हैं। इन लोगों ने नेक्सा एवरग्रीन नामक एक कंपनी बनाई और कथित तौर पर गुजरात के 'धोलेरा स्मार्ट सिटी' में अधिक रिटर्न और जमीन के प्लॉट का वादा करके निवेशकों को ठगा।

रणवीर बिजारानी ने सबसे पहले 2014 में धोलेरा में जमीन खरीदी थी। रिटायर्ड आर्मी कर्मी सुभाष ने भी रिटायरमेंट के बाद मिले 30 लाख रुपये से जमीन खरीदी। इसके बाद दोनों भाइयों ने नेक्सा एवरग्रीन नाम से कंपनी बनाई और 2021 में अहमदाबाद में इसे रजिस्टर्ड करवाया। कंपनी ने खुद को 'धोलेरा स्मार्ट सिटी' प्रोजेक्ट का हिस्सा बताया और दावा किया कि उनके पास 1,300 बीघा जमीन है, जिसे विश्वस्तरीय शहर में बदला जाएगा।

इसके बाद 70,000 से ज्यादा लोगों को फ्लैट, प्लॉट और निवेश योजनाओं का लालच दिया गया और उन्हें भारी मुनाफे का वादा किया गया। देशभर के निवेशकों से करीब 2,676 करोड़ रुपये जुटाए गए। उन्होंने सलीम खान, समीर, दातार सिंह, रक्षपाल, ओमपाल और सांवरमल समेत अपने शीर्ष अधिकारियों को भी चुना। इनके जरिए उन्होंने राजस्थान में हजारों एजेंट बनाए, जिन्हें मोटा कमीशन मिलता था। लगभग 1,500 करोड़ रुपये कमीशन के रूप में वितरित किये गये।

इसके बाद उन्होंने धोखाधड़ी के पैसे से 1300 बीघा जमीन खरीदी। बाद में उन्होंने राजस्थान में लग्जरी कारें, खदानें और होटल, अहमदाबाद में फ्लैट और गोवा में 25 रिसॉर्ट खरीदे। उन्होंने 250 करोड़ रुपये नकद लिए और बाकी पैसे 27 फर्जी कंपनियों में ट्रांसफर कर दिए। कथित धोखाधड़ी के बाद, उन्होंने अपने सभी कार्यालय बंद कर दिए और भाग गए।

राजस्थान के जोधपुर में पुलिस ने फिर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने नेक्सा एवरग्रीन धोखाधड़ी से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में जयपुर, सीकर, झुंझुनू और अहमदाबाद में 25 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया।

असली धोलेरा स्मार्ट सिटी परियोजना धोलेरा स्मार्ट सिटी परियोजना केंद्र और गुजरात के बीच एक संयुक्त परियोजना है। यह भारत की पहली ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी है और इसका आकार दिल्ली (920 वर्ग किमी) से दोगुना है। एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालय बनाए जा रहे हैं। इसे 2042 तक विकसित किए जाने की उम्मीद है।