अलीगढ़ में दिल्ली-कानपुर हाईवे स्थित गभाना टोल प्लाजा पर गुरुवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने दिनदहाड़े उत्पात मचाया। जबरन बूम बैरियर को हटाते हुए उसे तोड़ने का प्रयास किया। इसके बाद बिना टोल दिए कई गाड़ियां निकालीं।
वक्फ कानून के खिलाफ सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी भी पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरने जा रही है। चंद्रशेखर ने इसका ऐलान करते हुए आंदोलन के लिए समिति भी बना दी है।
सांसद चन्द्रशेखर आजाद के काफिले पर मथुरा में हमला हुआ है। उनकी गाड़ियों पर पथराव किया गया है। पथराव से काफिले में शामिल चार-पांच बाइक सवारों को हल्की चोटें आई हैं। चंद्रशेखर जातीय संघर्ष में प्रताड़ित दलित बहनों से मिलने जा रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के लिए अयोध्या की मिल्कीपुर सीट का उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। इस बीच अखिलेश यादव की मुश्किलें भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने बढ़ा दी हैं। चंद्रशेखर आजाद ने मिल्कीपुर से सूरज चौधरी को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है।
प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव के कठमुल्ला शब्द के इस्तेमाल पर भीम आर्मी के चीफ और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष सांसद चंद्रशेखर आजाद ने आपत्ति की है।
आसपा अब सूबे में BSP की तर्ज पर ही भाईचारा और बूथ कमेटियों का गठन करने जा रही है। पार्टी का दलित-मुस्लिम गठजोड़ और गुर्जर सम्मेलन करना भी इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। कभी अपनी सोशल इंजीनियरिंग की राजनीति के बूते सत्ता की सीढ़ियां चढ़ने वाली BSP की राजनीतिक चमक अब फीकी पड़ती जा रही है।
नगीना से सांसद बनने के बाद उपचुनाव में आसपा को हासिल मतों ने पार्टी कार्यकर्ताओं में भी नई जान फूंक दी है। नगीना में भी चंद्रशेखर की जीत का आधार दलित-मुस्लिम गठजोड़ बना था। इसी आधार पर उसने अपनी राजनीति को आगे बढ़ाया है। उपचुनाव के नतीजों से भी यह पूरी तरह से साफ हो चला है।
बसपा सुप्रीमो मायावती पश्चिमी यूपी से आती हैं और वह जाटव बिरादरी से हैं। इसीलिए कहा जाता था कि जाटव वोट बैंक एक साथ होकर बसपा के साथ जाता है, लेकिन अब चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) इसमें सेंधमारी करती हुए दिख रही है।
मीरापुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी मिथिलेश पाल की जीत हुई। रालोद की मिथिलेश पाल 30,796 मतों के अंतर से विजयी हुई। इस सीट पर सांसद चंद्रशेखर और ओवैसी की पार्टी ने खेला कर दिया।
उत्तर प्रदेश में लेखपाल से लेकर तहसीलदार तक के पदों पर आउटसोर्सिंग के जरिए भरने के लिए विज्ञापन निकाला गया है। इसे लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश के बाद आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष सांसद चंद्रशेखर ने भी इसे पिछड़ों और दलितों के साथ धोखा बताया है।