प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अप्रैल को वाराणसी के 50वें दौरे पर हैं। अब तक किसी नेता ने पीएम पद पर रहते अपने लोकसक्षा क्षेत्र का 50 बार दौरा नहीं किया है। पीएम मोदी कल वाराणसी यात्रा की हाफ सेंचुरी लगाते ही रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे।
वाराणसी काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद के पश्चिमी दीवारा पर स्थित शृंगार गौरी के दर्शन पूजन के लिए बुधवार को भीड़ उमड़ पड़ी। साल में केवल एक बार चैत्र नवरात्र की चतुर्थी पर ही यहां दर्शन की अनुमति है।
योगी सरकार ने पीएम मोदी की काशी के लिए खजाना खोल दिया है। यहां के प्रसिद्ध गंगा घाटों का कायाकल्प कराया जाएगा। पर्यटन विभाग 41 करोड़ से यहां के कई घाटों की सूरत बदलेगा। काशी में बढ़ती पर्यटक संख्या के चलते बढ़ाई पर्यटन की सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने आए बिहार के दरभंगा निवासी प्रकाश कुमार झा का मोबाइल चोरी हो गया। चोरों ने यूपीआई के माध्यम से उनके खाते से 1.96 रुपये निकाल लिए। पुलिस ने इस मामले में...
काशी में परंपरा को निभाते हुए मंगलवार को चिता भस्म की होली खेली गई। यहां के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर इस होली को खेलने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। पहली बार बिना डीजे या किसी तेज आवाज वाले म्यूजिक के बिना ही होली खेली गई।
काशी में 350 साल से चली आ रही बाबा विश्वनाथ और मां गौरी की पालकी यात्रा पहली बार ढंककर निकाली गई। इसे लेकर यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आक्रोश जताया और इसे काशी का अपमान कहा है।
रंगभरी एकादशी के साथ ही होली का उल्लास और चटक हो गया है। सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर से अयोध्या के रामललाऔर वृंदावन के बांके बिहारी तक होली का खास उमंग देखने को मिला। इस दौरान जनसैलाब उमड़ा रहा।
काशी विश्वनाथ मंदिर में शनिवार को एक नई सनातन व्यवस्था की शुरुआत हुई। मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान से लड्डू गोपाल को उपहार भेजा गया, वहीं लड्डू गोपाल की ओर से विश्वनाथजी को भी उपहार मिला। यह परंपरा...
ब्रज से बाबा विश्वनाथ के आंगन तक इस बार अभूतपूर्व रंग बरसेगा। कन्हैया के प्रेम पगे अबीर गुलाल से बाबा विश्वनाथ होली खेलेंगे तो काशी के वासी की भस्म को उड़ाकर कान्हा ब्रज मंडल में उल्लास और उमंग के रंग बरसाएंगे।
वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद से आम लोगों के साथ ही तमाम हस्तियों का तांता लगा हुआ है। इसी क्रम में बालीवुड अभिनेत्री प्रीति जिंटा भी मां के साथ काशी पहुंचीं। वह बिना किसी वीआईपी प्रोटोकॉल के आम लड़की तरह काशी की सड़कों पर घूमती रहीं।