महागठबंधन में सीएम फेस के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी को इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम सरकार नहीं, बिहार बनाने का काम करेंगे। महागठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा। समय आने पर सब तय हो जाएगा।
महागठबंधन के घटक दलों की चौथी बैठक 12 जून को होगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के नेता शामिल होंगे। को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्यों के साथ ही इस बैठक में सभी उपसमितियों के सदस्य भी मौजूद रहेंगे।
केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद अपने बेटे के मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता राजद को फिर से मौका नहीं देगी, क्योंकि बिहार का बुरा हाल...
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि 2014 के बाद नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद सभी संवैधानिक संस्थानों को हाईजैक कर लिया गया है। उन्होंने चुनाव आयोग पर भाजपा के आईटी सेल को...
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन विधानसभा चुनाव में नए बिहार के विजन के साथ उतरेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार के पास जनता के लिए कोई विजन नहीं है।...
ताजपुर के राष्ट्रीय लोक मोर्चा जिलाध्यक्ष विनोद चौधरी ने मोरवा विधानसभा में जनसंपर्क किया और लोगों से संवैधानिक अधिकारों की महारैली में भाग लेने की अपील की। बैठक में महागठबंधन के नेताओं ने संगठनात्मक...
सिताब दियारा से 15 दिन पहले यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर हर सभा में लोगों से कह रहे हैं कि बिहार में बदलाव जरूरी है, नीतीश कुमार को हटाना जरूरी है, पीएम नरेंद्र मोदी कहें तो भी उनको वोट नहीं देना है। लेकिन भाजपा के वोट पर चोट से फायदा किसे होगा?
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना को हमारे नेता (राहुल गांधी) ने पूरे देश का मुद्दा बना दिया। लेकिन एक भी विपक्ष की पार्टी कांग्रेस के साथ क्यों नहीं आई। इतनी नफरत किस बात की है।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और राजद-कांग्रेस महागठबंधन के बीच अलायंस की बात बन गई तो बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ सकता है।
साल 2020 के बिहार चुनाव में 20 सीटों पर लड़ने वाली ओवैसी की पार्टी के 5 विधायक जीते थे। पार्टी ने जो पांच सीटें जीती थीं, वो सभी पूर्वी बिहार के मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में आती हैं, जिसमें अररिया, पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज समेत चार जिले शामिल हैं।