SIP: शेयर बाजार की अस्थिरता के बीच एसआईपी को लेकर बड़ा डाटा सामने आई है। AMFI की रिपोर्ट के अनुसार मार्च के महीने में कुल 25,926 करोड़ रुपये एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में निवेश किए गए हैं।
Paytm Share: पेटीएम के शेयरों में शुक्रवार की सुबह 3 प्रतिशत से अधिक की उछाल देखने को मिली है। इस उछाल की वजह कंपनी में म्यूचुअल फंड्स की बढ़ी हिस्सेदारी को माना जा रहा है। बता दें, गुरुवार के क्लोजिंग डाटा हिसाब से पेटीएम के शेयरों में इस साल 18 प्रतिशत की गिरावट आई है।
क्वांट स्मॉलकैप फंड ने वेलस्पन कॉरपोरेशन, पॉली मेडिक्योर, एफकॉन्स इंफ्रा, एलिवस लाइफ साइंसेज, आनंद राठी वेल्थ, बाटा इंडिया, ईआईडी पैरी, एक्सिनॉक्स इंडिया, जुनिपर होटल्स, NCC, आरबीएल बैंक और Ventive हॉस्पिटैलिटी में हिस्सेदारी बढ़ाई है।
SIP करने वाले लोगों को ICICI Prudential Mutual Fund की चीफ इंवेस्टमेंट ऑफिसर और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ए नरेन कहते हैं कि मौजूदा समय में ऐसे निवेशकों को अपना इंवेस्टमेंट जारी रखना चाहिए।
आज के समय में म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना काफी आसान हो गया है। मौजूदा समय में समय एसआईपी एक ऐसा विकल्प है, जिसके जरिए लोग आसानी से म्यूचुअल फंड्स में दांव लगा पा रहे हैं। अलग-अलग स्कीम में आप 100 रुपये से भी शुरू कर सकते हैं।
एलआईसी म्यूचुअल फंड ने मेदिनीनगर में अपनी तीसरी शाखा चतुर्भुज सिंह भवन में खोली। उद्घाटन समारोह में प्रबंध निदेशक रवि झा और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया। उनका लक्ष्य अधिक लोगों को मुख्यधारा के निवेश...
Mutual Fund Return: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। आज हम आपको एक ऐसे फंड के बारे में बता रहे हैं जिसने कम समय में ही अपने निवेशकों को मालामाल कर दिया है। बता दें कि वित्तीय वर्ष 2025 म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए जबरदस्त रहा है।
शेयर मार्केट से निवेशकों ने अपने पैसे निकालने शुरू कर दिए हैं। इसी वजह से फरवरी महीने में बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी एसआईपी बंद कर दी हैं। इतना ही नहीं, नए डीमैट अकाउंट खुलवाने वालों की संख्या भी कम हो गई है।
-डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में कार्यशाला का आयेाजन -मैनेजमेंट के छात्रों को दिया गया
Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजारों में पिछले पांच महीनों में तगड़ी गिरावट देखी गई है। सितंबर के हाई से सेंसेक्स 12,780 अंक गिरकर 73,198 के स्तर पर पहुंच गया। निफ्टी 50 में लगभग 15.8% की गिरावट देखी गई, जो 26,277 से गिरकर 22,124 हो गई।