यूपी विधानसभा में पान-मसाला खाने पर रोक लगा दी गई है। नए नियम के तहत विधानसभा में पान मसाला खाते हुए पकड़े जाने पर एक हजार जुर्माना लगेगा। यह जानकारी बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने दी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मंगलवार को पान मसाला की थूक देख स्पीकर सतीश महाना भड़क गए। उन्होंने कालीन बदलवाने और उसकी वसूली उस विधायक से करने का आदेश दिया है, जिसने मसाला थूका था।
अफसरों द्वारा सांसद, विधायकों के फोन नहीं उठाने जाने का मामला एक बार फिर गरमा गया है। विधायकों ने विधानसभा में ये मुद्दा उठाया है। विधायकों ने स्पीकर सतीश महाना से जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने जाने की शिकायत की है।
यूपी विधानसभा सत्र के चौथे दिन चालू सदन से विधायकों के निकलने पर स्पीकर सतीश महाना भड़क गए। लंच बाद सदन में विधायकों की संख्या में कमी देखकर स्पीकर ने मौजूद विधायकों को चेताया। उन्होंने कहा, मैं यहां विधायकों की हाजिरी लगाने के लिए नहीं बैठा हूं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में बुधवार को सपा विधायकों के दो सवाल पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ऐसा भड़के कि उससे शुरू हुए हंगामे के बाद सरधना के विधायक अतुल प्रधान को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में गंभीर बहस को भी हास-परिहास के साथ चलाने के लिए मशहूर स्पीकर सतीश महाना बुधवार को सदन में ही भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि विधानसभा में उनसे कमजोर कोई आदमी नहीं है जिसका कोई वोट बेस नहीं है।
समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने बुधवार को सदन में विपक्षी दलों के नेताओं को हाउस अरेस्ट करने के मामलों को उठाकर आरोप लगाया कि योगी सरकार गलत परंपरा डाल रही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा मोना ने कांग्रेस के विधानसभा घेराव में शामिल कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और नेताओं को घर में नजरबंद करने का सवाल उठाने की कोशिश की।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायक हृदय नारायण सिंह पटेल ने बिजली विभाग के इंजीनियर की धांधली का एक ऐसा मामला उठाया जिस पर स्पीकर सतीश महाना भी हैरान रह गए। महाना ने ऊर्जा मंत्री को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा देश के उन चुनिंदा सदनों में हैं, जहां सरकार और विपक्ष गंभीर मसलों पर हास-परिहास के साथ बहस कर लेता है। अखिलेश यादव के संसद जाने के बाद सपा के विधायक ओम प्रकाश सिंह ने सदन में हास-परिहास का मोर्चा संभाला है।