फर्जी बीमा से अब तक 250 करोड़ ठगे, कई जिलों में FIR, ईडी की जांच में होगा बेनामी संपत्तियों का खुलासा
250 करोड़ रुपये से अधिक की बीमा क्लेम धोखाधड़ी का मामला अब एक बड़े आर्थिक अपराध के रूप में सामने आया है। इस संगठित और अंतरराज्यीय गिरोह ने न केवल फर्जी दस्तावेज़ों और बीमा पॉलिसियों के माध्यम से करोड़ों रुपये का गबन किया।

250 करोड़ रुपये से अधिक की बीमा क्लेम धोखाधड़ी का मामला अब एक बड़े आर्थिक अपराध के रूप में सामने आया है। इस संगठित और अंतरराज्यीय गिरोह ने न केवल फर्जी दस्तावेज़ों और बीमा पॉलिसियों के माध्यम से करोड़ों रुपये का गबन किया, बल्कि बीमा राशि प्राप्त करने के लिए निर्दोष लोगों की हत्या तक कर डाली। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी इस भयावह घोटाले की जांच शुरू कर दी है, जिससे अपराधियों के खिलाफ शिकंजा और कसता जा रहा है। पुलिस मामले में चार्जशीट दाखिल करने के बाद इनके खिलाफ गैंगेस्टर के तहत भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
गिरोह की पहुंच 12 राज्यों तक
इस गिरोह का नेटवर्क उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, असम, बिहार सहित 12 राज्यों में फैला हुआ है। गिरोह का सरगना ओंकारेश्वर मिश्र बताया जा रहा है, जिसे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उसके जरिये ही पूरे नेटवर्क का संचालन किया जा रहा था।
ईडी की जांच से दहशत में गिरोह, बड़े चेहरों के उजागर होने की संभावना
ईडी के प्रवेश के बाद अब इस मामले में कई राजनीतिक, प्रशासनिक और वित्तीय गठजोड़ सामने आने की संभावना है। गिरोह द्वारा प्राप्त की गई बीमा राशि, निवेश, संपत्तियों और बैंक खातों की जांच शुरू हो चुकी है। ईडी की एंट्री से स्पष्ट हो गया है कि अब यह केवल हत्या या धोखाधड़ी का नहीं, बल्कि एक बड़े आर्थिक षड्यंत्र का मामला है।
मदर टेरेसा के नाम के फर्जी आधार से निकाला था ट्रैक्टर
आरोपियों के गोदाम से मिले मदर टेरेसा नाम के फर्जी आधार कार्ड से खुलासा हुआ कि मदर टेरेसा के नाम व करीब 80 वर्ष आयु वाले व्यक्ति के फोटो लगे आधार कार्ड पर जन्मतिथि 1 जनवरी 1988 दर्शाई गई है, जबकि जन्म तिथि के मुताबिक आधार कार्ड वाले व्यक्ति की आयु करीब 37 वर्ष होती है। आधार कार्ड पर पता गांव सिंगरी, पोस्ट नातून, सिराजुली सोनितपुर, असम अंकित है। इससे साफ हुआ कि आयु कम करके फर्जी तरीके से बीमा आदि कराकर एजेंसी से धोखाधड़ी कर ट्रैक्टर खरीदा है।
संभल एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया, फर्जी बीमा गिरोह अब तक 250 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी कर चुका है। ईडी ने मामले की जांच शुरू की है। हमसे इनपुट मांगा गया है। जिसे ईडी को उपलब्ध कराया जाएगा। चार्जशीट के बाद इनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई भी होगी। ईडी की जांच से इनकी बेनामी संपत्तियां भी उजागर होंगी।