संभल के लड़कों को हथियार उपलब्ध कराने के लिए आनी थी बड़ी खेप, मोबाइल चैट से खुलासा
- सैन्य ठिकानों पर हमले की साजिश रचने के आरोप में उठाए गए संभल के लड़को यूपी एटीएस ने पूछताछ की। इन लड़कों के मोबाइल की चैट से कई खुलासे हुए। संभल के लड़कों को हथियार उपलब्ध कराने के लिए बड़ी खेप आनी थी ।

भारत में सैन्य ठिकानों पर हमला करने की साजिश रचने वाले संभल के लड़कों को उनके आका ने जल्दी ही हथियारों की बड़ी खेप उपलब्ध कराने की बात कही थी। इसके लिए ही उन्हें वीडियो भेजकर असलहे चलाने की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई थी। इन लड़कों के मोबाइल की चैट से भी यह खुलासा हुआ है। खुफिया एजेन्सियों ने इस बिन्दु पर अपनी पड़ताल भी आगे बढ़ानी शुरू कर दी है। एटीएस ने उठाए गए इन लड़कों के बयानों से हुई जानकारियों को एफआईआर में भी लिखा है।
एटीएस की एफआईआर के मुताबिक, संभल के दो और पटना के एक युवक को उनके आका ने भड़काऊ मैसेज देकर उकसाया था। ये लोग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के जरिए कई लोगों से जुड़े थे। इसमें सबसे ज्यादा सम्पर्क अल-मौत-उल-हिन्द (सिग्नल) और डिस्कर्ड (स्ट्रेंजर्स) जैसे ऐप से होता था। इन ऐप के जरिये ही उन्हें कई तरह के आदेश दिए गए थे। हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग भी इसी एप के माध्यम से मिल रही थी।
कई युवकों को जोड़ने का दबाव था
इन लड़कों ने एटीएस के सामने कुबूला कि उन पर लगातार कई और युवकों को अपने साथ जोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। उन लोगों से मिलने दो युवक भी दिल्ली से आए थे। इनके बारे में तीनों ने ज्यादा जानकारी न होने की बात कही थी। एटीएस के कई सवालों का जवाब भी ये तीनों लड़के नहीं दे सके थे। इनमें दो लड़कों को नाबालिग होने की वजह से छोड़ा जा चुका है। हालांकि उनकी लगातार निगरानी की जा रही है।
कट्टर हिन्दूवादी व्यक्तियों के बारे में नहीं बता सके
एफआईआर के मुताबिक इन तीनों लड़कों को यह भी बताया गया था कि कट्टर हिन्दूवादी व्यक्तियों की हत्या करनी है। जब हिरासत में लिए गए तीनों लड़कों से इन व्यक्तियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जानकारी होने से इनकार किया। उनका कहना था कि उन्हें सिर्फ ऐसा बताया गया था। किसकी हत्या की जा नी है, इस बारे में कुछ नहीं बताया गया। एटीएस इनके बयानों की सच्चाई पता लगा रही है।