सौरभ के टुकड़े करने के बाद साहिल के साथ 6 दिन कसौल में रही मुस्कान, दिनभर होटल के कमरे में ही रहते थे दोनों
मेरठ में सौरभ के टुकड़े करने के बाद मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल शुक्ला छह दिन तक हिमाचल प्रदेश के कसौल में रहे। इस दौरान वह अपने होटल के कमरे से बाहर तक नहीं निकलते थे। यहां तक कि कमरा भी साफ करने से भी इनकार कर दिया था।

मेरठ सौरभ हत्याकांड में हर दिन एक न एक नया खुलासा हो रहा है। जानकारी के मुताबिक सौरभ के टुकड़े करने के बाद मुस्कान और उसका प्रेमी साहिल शुक्ला छह दिन तक हिमाचल प्रदेश के कसौल में रहे। इस दौरान वह अपने होटल के कमरे से बाहर तक नहीं निकलते थे। यहां तक कि होटल कर्मचारियों को कमरा साफ करने से भी इनकार कर दिया था।
पूर्व मर्चेंट नेवी के अधिकारी 29 साल के सौरभ राजपूत को 4 मार्च को कथित तौर पर नशीला पदार्थ खिलाकर पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी ने चाकू घोंपकर की हत्या कर दी थी। इसके बाद शव के टुकड़े कर उन्हें सीमेंट से भरे ड्रम में बंद कर दिया गया। दोनों ने अपने अपराध को छुपाने के लिए हिमाचल प्रदेश की यात्रा पर निकल गए और 17 मार्च को मेरठ लौट आए। कसोल के होटल संचालक अमन कुमार के अनुसार, आरोपी जोड़े ने खुद को पति-पत्नी बताया और 10 मार्च को होटल के कमरे नंबर 203 में चेक-इन किया। वे 16 मार्च तक वहीं रुके और फिर होटल छोड़ दिया।
आमतौर पर पर्यटक कसोल की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने आते हैं, लेकिन यह जोड़ा दिनभ र अपने कमरे में ही रहा और केवल एक बार बाहर निकला। होटल स्टाफ को कमरे की सफाई की अनुमति भी नहीं दी गई और उनका कर्मचारियों से बातचीत भी कम करते थे।अमन कुमार ने बताया कि चेक आउट के समय दोनों ने बताया कि वे मनाली से आए हैं और उत्तर प्रदेश वापस जा रहे हैं। नया एंगल सामने आने के बाद अब पुलिस अब उनके कसौल प्रवास के दौरान की गतिविधियों की जांच कर रही है ताकि हत्या के बाद उनकी हरकतों को समझा जा सके।
फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की तैयारी
सौरभ हत्याकांड के आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए पुलिस मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की कोशिश करेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विपिन ताडा ने शनिवार को बताया कि पुलिस की कोशिश होगी कि जल्द से जल्द आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया जाए। पुलिस का यह प्रयास भी होगा कि मुकदमा त्वरित में चलाया जाए ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द उनके किये की सजा मिल सके।
पुलिस उप महानिरीक्षक (मेरठ परिक्षेत्र) कलानिधि नैथानी ने मेरठ पुलिस को निर्देश दिया है कि इस तरह के प्रकरण और इस तरह की अपराध की प्रणाली अत्यंत जघन्य श्रेणी में आता है, इसलिए गुणात्मक विवेचना के जरिए, जल्द आरोप पत्र दाखिल किया जाए तथा दोषी पत्नी एवं उसके पुरुष मित्र को कठोर सजा दिलाई जाए। एसएसपी ने बताया कि मामले की गंभीरता के मद्देनजर ही विवेचना को दारोगा से स्थानांतरण करने के बाद इंस्पेक्टर को दे दिया गया है तथा यह आदेश भी जारी गया है कि इसकी निगरानी एएसपी करेंगे।