ट्रेन में बर्थ कंफर्म कराने के लिए फर्जीवाड़े पर उतरे दलाल, फर्जी पैड बनाया; लिखा...प्लीज एलॉट
एक हफ्ते पहले एक वाणिज्य अधिकारी की नजर ऐसे ही पैड पर पड़ी। उन्हें जब पैड पर संदेह हुआ तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने की बजाए उसकी जड़ तक पहुंचने की ठानी। कोटा एलॉट करा दिया और पूरी जानकारी विजिलेंस विभाग को दे दी। विजिलेंस की टीम यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन में पहुंची और संबंधित यात्री से पूछताछ की।

गर्मी की छुट्टियों के समय ट्रेनों में बर्थ आरक्षण के लिए मारामारी बढ़ जाती है। आजकल चल रही भीड़भाड़ में एचओ (हेड आफिस) का कोटा पाने के लिए दलाल अब फर्जीवाड़े पर उतर आए हैं। कुछ दलाल अफसरों का फर्जी पैड बनाकर सीट कंफर्म करने के लिए वाणिज्य विभाग में दे रहे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि वे उसी फर्जी पैड पर अफसर बनकर ‘प्लीज एलॉट भी लिख दे रहे हैं ताकि कोटा आवंटन अधिकारी को शक न हो।
यह खेल अभी चल ही रहा था कि एक हफ्ते पहले एक वाणिज्य अधिकारी की नजर ऐसे ही पैड पर पड़ी। उन्हें जब पैड पर संदेह हुआ तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने की बजाए उसके जड़ तक पहुंचने की ठानी। उन्होंने कोटा एलॉट कराकर पूरी जानकारी विजिलेंस विभाग को दे दी। विजिलेंस की टीम यशवंतपुर एक्सप्रेस ट्रेन में पहुंची और संबंधित यात्री से पूछताछ की। यात्री से पूछताछ के बाद टीम ने एक दलाल को पकड़ लिया। उससे पूछताछ अभी जारी है। वहीं पूरे मामले की जांच विजिलेंस के अफसर बारीकी से कर रहे हैं। उधर इस तरह का मामला आने के बाद अब दूसरे विभगों से आने वाले आवेदनों की स्क्रूटनी शुरू कर दी गई है। विजिलेंस की टीमें दलालों को पकड़ने में जुटी हैं।
कोटा के लिए शुरू हो गई है मारामारी
ट्रेनों में भीड़ बढ़ने के साथ ही कोटा की मारामारी शुरू हो गई है। सबसे अधिक मारामारी मुंबई की ट्रेनों में है। एक-एक सीट पाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है। ट्रेनों की जो स्थिति है उसके अनुसार अभी ये मारामारी पूरे जून तक चलेगी।
दशहरा-दीपावली और छठ पर्व पर गोरखपुर से नहीं चलेंगी स्पेशल ट्रेनें
एक के बाद एक नए ब्लॉक से ट्रेनों का संचलन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। करनैलगंज ब्लॉक को स्थगित करने के बाद रेलवे बोर्ड ने गोरखपुर में एक पिट लाइन को डिस्मेंटल कर नया बनाने के लिए छह महीने के ब्लॉक के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही जहां स्पेशल के रूप में चल रही दिल्ली-मुम्बई की ट्रेनें दिसंबर की विभिन्न तिथियों तक निरस्त कर दी गई है वहीं दूसरी ओर आगामी छह दिसंबर तक गोरखपुर से कोई भी स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई जा सकेगी। हालांकि बाईपास स्पेशल पूर्व की तरह चलेंगी।
हर साल दशहरा-दीपावली में गोरखपुर से कम से कम आधा दर्जन स्पेशल ट्रेनें रोजाना चलती थीं। इससे रोजाना 10 से 12 हजार यात्रियों को सहूलियत मिल जाती थी। ऐसे में इस वर्ष गोरखपुर से स्पेशल ट्रेनों के न चलने से यात्रियों को बाईपास स्पेशल ट्रेनों पर ही निर्भर रहना होगा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गोरखपुर जंक्शन पर पुरानी पिट लाइन संख्या-1 पर इंजीनियरिंग कार्य के चलते 04 दिसम्बर तक दो जोड़ी स्पेशल ट्रेनें निरस्त रहेंगी, जबकि कुछ को शार्ट टर्मिनेट किया गया है।
4 दिसंबर तक गोमतीनगर तक ही जाएगी इंटरसिटी
गोरखपुर। 15031/15032 गोरखपुर-लखनऊ-गोरखपुर इन्टरसिटी एक्सप्रेस 04 दिसम्बर तक प्रत्येक मंगलवार को गोमतीनगर में यात्रा समाप्त करेगी। यह ट्रेन यहीं से गोरखपुर के लिए चलाई भी जाएगी।