दरोगा को किसने मारी टक्कर? कैमरों से खंगाले जा रहे सुराग; सीडीआर की भी जांच
यह भी पता लगाया जा रहा है कि उनकी किस-किस से और किन विषयों पर बात हो रही थी। जाहिर है पुलिस को यह मामला दुर्घटना का तो लग रहा है लेकिन अभी वो किसी द्वारा जानबूझकर इसे अंजाम दिए जाने की संभावना से भी इनकार नहीं कर रही है। लिहाजा, जांच कई बिंदुओं पर चल रही है।

यूपी के ललितपुर के खड़ेरा गांव के पास गश्त के दौरान बिरधा चौकी प्रभारी जितेंद्र सिंह की सड़क हादसे में मौत हो गई। पुलिस, दरोगा की बाइक में टक्कर मारने वाली वाहन और उसके चालक की तलाश में जुटी है। रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। इसके साथ ही इस मामले की बारीकियों और आशंकाओं को मद्देनजर रखते हुए दरोगा के सरकारी और निजी मोबाइल फोन नंबर की सीडीआर भी जांची जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि उनकी किस-किस से और किन विषयों पर बात हो रही थी। जाहिर है पुलिस को यह मामला दुर्घटना का तो लग रहा है लेकिन अभी वो किसी द्वारा जानबूझकर इसे अंजाम दिए जाने की संभावना से भी इनकार नहीं कर रही है। लिहाजा, जांच कई बिंदुओं पर चल रही है।
मंगलवार की सुबह टहलने निकले लोगों ने हाईवे के किनारे दरोगा का शव पड़ा देखा। पास में ही पानी की बोतल, पिस्टल और हेलमेट पड़ा था। चित्रकूट जिले के पहाड़ी थाने के बख्ता बुजुर्ग गांव के रहने वाले जितेंद्र सिंह बिरधा पुलिस चौकी में बतौर प्रभारी तैनात थे। सोमवार देर रात वह सरकारी काम से बाइक से ललितपुर आए थे। वापसी के दौरान वह क्षेत्र में गश्त करने लगे। खड़ेरा गांव के पास पीछे से किसी वाहन ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। टहलने निकले लोगों ने हाईवे किनारे शव पड़ा देखा। हेलमेट हटाया तो पहचान जितेंद्र सिंह के रूप में की। पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस लाइन लाया गया। यहां सलामी देने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजन शव लेकर चित्रकूट रवाना हो गए। एसपी मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि प्रथम दृष्टया हादसा प्रतीत हो रहा है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई ये बात
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौकी इंचार्ज जितेंद्र सिंह की दुर्घटना के दौरान हृदय गति रुकने से मौत दर्शायी गयी है। इसके अलावा उनकी छाती और फेफड़े पर भी गंभीर चोटें बताई गईं। सिर में लगी चोट को इंतना गंभीर नहीं माना गया। बिरधा चौकी इंचार्ज की मौत को भले ही प्रथम दृष्टया दुर्घटना माना जा रहा हो लेकिन पुलिस प्रत्येक पहलू को खंगालने में जुटी है। दुर्घटना की दशा में हादसे को अंजाम देने वाले वाहन को दबोचने के लिए बाकायदा टोल बैरियर और आस पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। वहीं उनके मोबाइल फोन की सीडीआर भी जांची जा रही है।
जनपद के पुलिस आला अधिकारी भले ही चौकी इंचार्ज की मौत को दुर्घटना मानकर चल रहे हों लेकिन लेकिन इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि उनकी बाइक में किसी ने जानबूझकर टक्कर मारी हो, जिससे चौकी इंचार्ज की मौत हो गयी। इसलिए हादसे को अंजाम देने वाले वाहन को पकड़ने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस की कई टीमों को ललितपुर सागर राष्ट्रीय राजमार्ग के आस पास लगे सीसीटीवी खंगालने के लिए लगाया गया है। यह टीमें बहुत बारीकी के साथ अपने काम में जुट गयी हैं। इसके अलावा बिरधा चौकी इंचार्ज के सरकारी और निजी मोबाइल फोन नंबर की सीडीआर खंगाली जा रही है। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि उनकी किन-किन व्यक्तियों से कब-कब और किस विषय पर बातचीत हुई। इसके अलावा पुलिस टीमें घटना से जुड़े विभिन्न पहलुओं की गहनता से जांच कर रही हैं, सभी संभावित बिंदुओं पर बारीकी से काम किया जा रहा है । विभिन्न बिंदुओं की जांच करके जल्द ही अपनी रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को सौंपेंगी।
होटल, ढाबा, शराब की दुकानों में लगवाएं सीसीटीवी
मड़ावरा कस्बे में पुलिस क्षेत्राधिकारी आरके श्रीवास्तव ने सोमवार शाम कस्बा में भ्रमण किया। उन्होंने होटल, ढाबा और शराब की दुकानों के संचालकों को अनिवार्य रूप से सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए। इसके उन्होंने फायदे भी बताए। उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाओं के खुलासे में आसानी होगी । भ्रमण के दौरान थाना प्रभारी अशोक कुमार वर्मा के साथ थाना उप निरीक्षक आदि पुलिस बल मौजूद रहा।