मेरे खिलाफ पत्नी ने रची साजिश...पॉर्न वीडियो मामले में आरोपी सरकारी डॉक्टर ने दर्ज कराया बयान
डॉक्टर की पत्नी ने यह आरोप लगाया गया था कि वे सरकारी आवास में पॉर्न वीडियो बनाते है और उसे पॉर्न साइट पर बेचते हैं। पत्नी ने डॉक्टर पर किसी लड़के को आवास पर लाकर वीडियो बनाने का आरोप लगाया था। इस मामले में डीएम के आदेश पर चिकित्सक पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था।

यूपी के संतकबीरनगर में सरकारी आवास पर पॉर्न वीडियो बना कर बेचने के मामले में घिरे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा.वरुणेश दूबे का सीएमओ द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने बयान दर्ज किया। इस दौरान उन्होंने पत्नी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर ने टीम से कहा कि उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ साजिश रची है। उनका चार साल का बेटा है। यदि वह अनैतिक संबंधों में लिप्त होते तो क्या यह संभव होता? जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी। बहरहाल उन पर विभागीय कार्रवाई नहीं की जाएगी।
बीते 19 मई यानि कि सोमवार को सीएचसी अधीक्षक डा.वरुणेश दूबे की पत्नी सिम्पी पांडेय ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया था। जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि वे सरकारी आवास में पॉर्न वीडियो बनाते है और उसे पॉर्न साइट पर बेचते हैं। पत्नी ने डॉक्टर पर किसी लड़के को आवास पर लाकर पॉर्न वीडियो बनाने का आरोप लगाया था। इस मामले में डीएम के आदेश पर चिकित्सक पर कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। उसके बाद कोतवाली पुलिस और मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में आवास की तलाशी ली गई थी। इस दौरान पत्नी के द्वारा लगाए गए आरोप से संबंधित सामान नहीं मिले थे। इसके बाद आवास को सील कर दिया गया था।
इस मामले में सीएमओ ने डा.महेंद्र प्रसाद, डा.राम रतन व डा.शैलेंद्र कुमार सिंह की टीम को जांच के लिए नामित किया था। टीम ने बीते दिन चिकित्सक को जांच टीम के सामने उपस्थित होने की नोटिस भेजी थी। डा.वरुणेश दूबे जांच टीम के सामने उपस्थित हुए। टीम ने उनसे कई सवाल किए। लेकिन उन्होंने इस प्रकरण में पत्नी के द्वारा लगाए गए आरोप को बेबुनियाद बताया। हां इतना जरूर कहा कि पत्नी से कई वर्ष से विवाद चल रहा है। मेरी पत्नी मेरी जायदाद और अन्य कारणों से हत्या की साजिश रच रही है। यदि मैं थर्ड जेंडर होता या अनैतिक संबंध रहता तो मेरे पास चार वर्ष का बेटा है। यदि है तो क्या यह संभव है।
सीएमओ डा.रामानुज कन्नौजिया ने बताया कि टीम ने जांच रिपोर्ट तैयार की है। जांच में आरोप से कोई तथ्य सामने नहीं आया है। पुलिस विभाग भी जांच कर रहा है। बहरहाल चिकित्सक पर विभागीय कार्रवाई नहीं होगी। जांच रिपेार्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी।