बोले आगरा: पिनाहट बाजार में जाम के झाम से दुकानदार हो रहे हैं लाचार
Agra News - पिनाहट कस्बे का बाजार मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर स्थित है, जहां जाम की समस्या लगातार बनी रहती है। दुकानदारों का कहना है कि बाइपास निर्माण से ही बाजार की स्थिति में सुधार होगा। चंबल नदी पर बने...
पिनाहट कस्बे का बाजार मध्य प्रदेश व राजस्थान दो बड़े राज्यों की सीमा से सटा है। बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश व राजस्थान के लोगों के दोपहिया व चार पहिया वाहनों का यहां आवागमन होता है। चंबल नदी पर बने पीपों के पुल से भी बड़ी तादाद में वाहन यहां प्रवेश करते हैं। जबकि कस्बे के बाजार की सड़कें संकरी है। यहां हर समय जाम की स्थिति रहती है। इससे बाजार में दुकानदारी प्रभावित हो रही है। इन दुकानदारों का सुझाव है कि बाइपास का निर्माण होने से ही हालात सुधरेंगे। पिनाहट कस्बे का बाजार फल-फूल सकेगा। दुकानदार संपन्न होंगे। पिनाहट के बाजार में सहालग के दिनों में बाजार से गुजरना काफी दुष्कर होता है। भारी वाहनों का प्रवेश यहां हर समय होता है। आपके अखबार हिन्दुस्तान के बोले आगरा संवाद में शुक्रवार को बाजार के दुकानदारों ने जाम को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कस्बा दो बड़े राज्यों की सीमा से जुड़ा है। बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश और राजस्थान के यात्री चंबल नदी के पिनाहट घाट पर बने पीपों के पुल से आवागमन करते है। फिर इन वाहनों का दबाव कस्बे के बाजार में होता है। जबकि सड़कें अधिक चौड़ी नहीं हैं। दिन-भर जाम लगा रहता है।
दुकानदारों ने यह भी समस्या बतायी कि राजस्थान की तरफ से बड़ी संख्या में बालू-गिट्टी से भरे डम्पर आते हैं। सुबह से लेकर रात्रि तक डम्पर दौड़ते रहते है। दिन-रात डम्परों के दौड़ने से कस्बे के आंबेडकर चौराहे पर भी जबरदस्त जाम लगता है। दिन-रात डम्परों के दौड़ने के चलते मुख्य मार्ग में कई जगह गड्ढे हो चुके हैं। इसके चलते हादसे हो रहे हैं।
बोले आगरा संवाद के तहत दुकानदारों ने बताया कि जबरदस्त जाम के चलते कस्बा बाजार में खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों को परेशानी होती है। खासकर शाम के समय यहां से गुजरना मुश्किल होता है। जबकि यही समय दुकानदारी का होता है। कई बार ऐसा हुआ है कि जाम के चलते ग्राहक वाहन नहीं रोकते हैं। आगे बढ़ जाते हैं। बाह या फतेहाबाद में खरीदारी करते हैं। भरे साहलग में भी बाजार ठप चल रहे हैं। दुकानदार ग्राहकों के लिए तरस रहे है। लेकिन जाम की समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है।
संवाद के दौरान व्यापारियों व दुकानदारों ने यह मांग उठाई कि पिनाहट में जब तक बाइपास नहीं बनेगा तब तक जाम से मुक्ति नहीं मिलेगी। और जब तक जाम लगेगा तब तक दुकानदारों की आय नहीं बढ़ेगी। व्यापार इसी तरह ठप चलते रहेंगे।
किराया भी नहीं निकल रहा
संवाद के दौरान दुकानदारों की यह पीड़ा सामने आई कि दुकानदारी चौपट होने के चलते किराया तक नहीं निकल रहा है। दुकानदार 10- 10 हजार रुपए किराया दे रहे हैं। भीषण जाम लगने के चलते दुकानों पर ग्राहक नहीं आ रहे हैं। वो बिना सामान लिए ही वापस लौट रहे हैं। जाम के झंझट से बचने के लिए वो आनलाइन शापिंग कर रहे हैं। कस्बा के बाजार में वाहन खड़े करने तक के लिए कोई जगह नहीं है।
राजस्थान के डम्परों से भी परेशानी
कस्बा के बाजार में सुबह करीब पांच बजे से लेकर रात्रि करीब 12 तक बड़ी संख्या में मोरम, गिट्टी और बालू से ओवर लोड डम्पर एक साथ निकलते हैं। आंबेडकर चौराहे पर मोड़ होने के चलते बड़े वाहन फंस जाते हैं। दिन भर जाम की स्थिति बनी रहती है। छात्र -छात्राओं, ग्रामीणों, राहगीरों व वाहन चालकों निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। खनन के डम्परों से यहां हर समय हादसे की भी आशंका बनी रहती है।
कस्बे में बाइपास बनने पर ही होगा समस्या का निदान
कस्बे के व्यापारियों का कहना है कि पिनाहट में जाम से मुक्ति तभी मिलेगी जब यहां बाइपास बनेगा। जनप्रतिनिधियों को कस्बे में रोजाना लगने वाले भीषण जाम पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि इससे व्यापार को भी नुकसान हो रहा है। लोगों को आवागमन में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर बाईपास बनेगा तो व्यापार भी बढेगा। इसलिए पिनाहट घाट चंबल नदी से आने वाले वाहनों व राजस्थान से आने वाले वाहनों के लिए दो अलग अलग बाईपास बनाया जाए। एक बाईपास नहर किनारे बनाया जाए। और दूसरा गतन वाले हनुमान मंदिर के पास बनाया जाए। जब कस्बे में दो बाईपास बन जाएंगे तो मुख्य कस्बा बाजार से होकर चंबल घाट की तरफ आने वाले वाहनों से मुक्ति मिलेगी। बाजार में जाम नहीं लगेगा।
दुकानदारों का दर्द
पिनाहट कस्बे का बाजार मध्य प्रदेश व राजस्थान दो बड़े राज्यों की सीमा से सटा है। बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश व राजस्थान के लोगों के दोपहिया व चार पहिया वाहनों का यहां आवागमन होता है।
-कौशल गुप्ता
चंबल नदी पर बने पीपों के पुल से भी बड़ी तादाद में वाहन यहां प्रवेश करते हैं। जबकि कस्बे के बाजार की सड़कें संकरी है। यहां हर समय जाम की स्थिति रहती है। इससे बाजार में दुकानदारी प्रभावित हो रही है।
-निरंजन वर्मा
कस्बा दो बड़े राज्यों की सीमा से जुड़ा है। बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश और राजस्थान के यात्री चंबल नदी के पिनाहट घाट पर बने पीपों के पुल से आवागमन करते है। इन वाहनों का दबाव कस्बे के बाजार में होता है। -विश्नू वर्मा
राजस्थान की तरफ से बड़ी संख्या में बालू-गिट्टी से भरे डम्पर आते हैं। सुबह से लेकर रात्रि तक डम्पर दौड़ते रहते है। दिन-रात डम्परों के दौड़ने से कस्बे के आंबेडकर चौराहे पर भी जबरदस्त जाम लगता है। -सौरव गौतम
जबरदस्त जाम के चलते कस्बा बाजार में खरीदारी के लिए आने वाले ग्राहकों को परेशानी होती है। खासकर शाम के समय यहां से गुजरना मुश्किल होता है। जबकि यही समय दुकानदारी का होता है। -नितिन गुप्ता
जाम के कारण दुकानदारी प्रभावित हो रही है। ग्राहक यहां रुकते नहीं हैं। बाह या फतेहाबाद में खरीदारी करते हैं। भरे साहलग में भी बाजार ठप चल रहे हैं। दुकानदार ग्राहकों के लिए तरस रहे है।
-सतीश वर्मा
पिनाहट में जब तक बाइपास नहीं बनेगा तब तक जाम से मुक्ति नहीं मिलेगी। और जब तक जाम लगेगा तब तक दुकानदारों की आय नहीं बढ़ेगी। व्यापार इसी तरह ठप चलते रहेंगे।
-गिरजा शंकर वर्मा
दुकानदारी चौपट होने के चलते किराया तक नहीं निकल रहा है। दुकानदार 10- 10 हजार रुपए किराया दे रहे हैं। भीषण जाम लगने के चलते दुकानों पर ग्राहक नहीं आ रहे हैं। वो बिना सामान लिए ही वापस लौट रहे हैं।
-प्रमोद कुशवाह
ठेल ढकेल वाले सड़क किनारे ठेल लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। इनको नगर पंचायत द्वारा कोई भी जमीन उपलब्ध नहीं कराई गई है। पुलिस-प्रशासन अभियान चलाता है तो ये ठेले लग जाती हैं। - अरविंद जाटव
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।