घबराना मत, हिम्मत रखना; आतंकियों की गोली से मरने वाले इंजीनियर के पत्नी और बेटे से आखिरी शब्द
मंगलवार को पहलगाम में आतंकियों के हमले में कुल 26 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें बेंगलुरु के इंजीनियर भारत भूषण भी थे। मरने से पहले उन्होंने अपनी पत्नी और तीन साल के बेटे को ढांढ़स बंधाते हुए ये शब्द कहे थे।

22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले में जिन 26 लोगों की मौत हुई है, उनमें बेंगलुरु के एक इंजीनियर भारत भूषण भी शामिल हैं। वह अपनी पत्नी और तीन साल के बेटे के साथ बैसरन घाटी घूमने गए थे, तभी जवान की वेश-भूषा में आए आतंकियों ने उन्हें अपनी गोलियों से छलनी कर दिया। जब वह अंतिम सांस ले रहे थे, तब बहुत ही हिम्मत से अपनी पत्नी और तीन साल के बच्चे को हिम्मत रखने, मजबूत बनने और धैर्य से काम लेने की सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे।
दिवंगत इंजीनियर भारत भूषण की पत्नी सुजाता ने TOI को बताया कि मौत से पहले हिम्मत दिखाते हुए उन्होंने कहा, "चिंता मत करो, घबराना मत, हिम्मत रखना।" मंगलवार को हुई भयावह आतंकी घटना के बारे में बताते हुए सुजाता ने कहा कि उस वक्त वह एक टेंट के पास पारंपरिक कश्मीरी पोशाक देख रही थी। तभी एक पर्यटक को गोली मारने के बाद आतंकी उनके पास आया और पूछा, "तुम यहाँ कैसे खुश हो, जबकि हमारे बच्चे मारे जा रहे हैं और हम पीड़ित हैं? क्या तुम हमारे बारे में समाचार नहीं पढ़ती?"
नाम पूछा, फिर मार दी गोली
बकौल सुजाता, इससे पहले की आतंकी उनके पति पर बंदूक तानता, वहां मौजूद एक अन्य पर्यटक को गोली मार दी। इसके बाद उनके पति पर बंदूक तान दी। तभी उनके पति से आतंकी ने नाम पूछा तो उन्होंने अपना नाम भारत बताया। इतना सुनते ही आतंकी ने उनके सिर में गोली मार दी। सुजाता के सामने उनके पति घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। इस दौरान वह अपनी पत्नी और तीन साल के बच्चे को ढांढ़स बंधाने लगे।
आतंकियों ने भारत के सिर में गोली मारी
सुजाता की मां विमला ने पीटीआई को बताया कि आतंकियों ने उनकी बेटी के सामने ही उनके दामाद को गोली मारी। उन्होंने बताया कि जब सुजाता को पता चला कि उसके पति की मौत हो गई है, तो वह उसका पहचान पत्र लेकर अपने बेटे के साथ घटनास्थल से भाग गई। उन्होंने बताया, “इस घटना के बाद मेरी बेटी ने मुझे फोन किया और कहा कि वह सेना के शिविर में सुरक्षित है और अपने भाई के पहलगाम पहुंचने के बाद वह अपने पति का शव लेने अस्पताल जाएगी। उसने मुझे बताया कि गोलीबारी उसके सामने ही हुई।”
बता दें कि मंगलवार (22 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने धर्म पूछ-पूछकर पर्यटकों को गोली मार दी। इस हमले में एक नेपाली नागरिक समेत 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हो गए। इस हमले के खिलाफ देशभर में रोष है। केंद्र सरकार ने भी पाकिस्तान के खिलाफ सख्त ऐक्शन लेते हुए कई कड़े कदम उठाए हैं।