Youth Demand More Libraries for Competitive Exam Preparation in Kasganj बोले कासगंज: लाइब्रेरी बने तो परीक्षा की तैयारी में मदद मिले, Agra Hindi News - Hindustan
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बोले कासगंज: लाइब्रेरी बने तो परीक्षा की तैयारी में मदद मिले

Agra News - कासगंज में युवा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन केवल एक लाइब्रेरी पर्याप्त नहीं है। जिला प्रशासन ने एक नई एयरकंडीशन्ड लाइब्रेरी खोली है, जिसमें मूलभूत सुविधाएं हैं। छात्रों की मांग है कि...

Newswrap हिन्दुस्तान, आगराMon, 31 March 2025 12:04 AM
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बोले कासगंज: लाइब्रेरी बने तो परीक्षा की तैयारी में मदद मिले

नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा पास करने के लिए तमाम युवा तैयारी करने में लगे हैं। तैयारी के लिए अच्छे माहौल के लिए लाइब्रेरी की सबसे बड़ी जरूरत है। युवाओं की इस जरूरत को देखते हुए जिला प्रशासन ने एक बड़ी लाइब्रेरी एयरकंडीशन सुविधा से युक्त संचालित कर रखी है, लेकिन प्रतियोगी परीक्षा या नौकरी के लिए परीक्षा की तैयारी करने वाले युवक युवतियों की बढ़ती संख्या के आगे एक लाइब्रेरी नाकाफी लग रही है। एक और लाइब्रेरी की जरूरत बताते हैं। लाइब्रेरी में मिलता है पढ़ने के लिए माहौल

कासगंज शहर में हजारों छात्र-छात्राएं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। सेल्फ स्टडी के लिए इन छात्र को लाइब्रेरी का सहारा लेना पड़ता है। निजी लाइब्रेरी संचालक स्वाध्ययन के लिए इनसे ज्यादा फीस वसूलते हैं, जिसके चलते निर्धन वर्ग के छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। लेकिन कुछ समय पहले जिला प्रशासन ने छात्र-छात्राओं की इस समस्या के निवारण के लिए शहर में नगर पालिका के कार्यालय परिसर में समर्थ्य लाइब्रेरी शुरू की। इस पुस्तकालय में वातानुकूलन, पानी तथा छात्राओं के लिए टॉयलेट आदि की मूलभूत सुविधाओं के साथ ही उन्हें एक सुरक्षित एवं शांत वातावरण भी मिला। वहीं इस पुस्तकालय का अधिकतम शुल्क भी प्रशासन ने एक सौ रुपये प्रति माह निर्धारित किया हुआ है। प्रात: आठ बजे से शाम पांच बजे तक खुलने वाले इस पुस्तकालय में प्रत्येक छात्र-छात्रा को अध्ययन के लिए भरपूर समय भी मिल जाता है। इन सभी खूबियों के कारण यहां स्वाध्ययन के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। लेकिन पुस्तकालय में संसाधन सीमित होने तथा स्थान कम होने के कारण यहां अध्ययन के लिए आने वाले छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में आपके अपने समाचार पत्र हिन्दुस्तान ने जब संवाद कार्यक्रम बोले कासगंज के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं से बात की, तो उन्होंने बेबाकी के साथ अपनी समस्याओं को ही नहीं उठाया। बल्कि उनके समाधान को उचित सुझाव भी दिए।

करंट अफेयर्स से संबंधित मासिक पत्रिकाएं नहीं मिल पाती

छात्र-छात्राओं की मांग है कि प्रशासन अन्य सुविधाओं से परिपूर्ण करते हुए, इस पुस्तकालय को वृहद रूप में संचालित करे। अथवा शहर में ऐसे ही एक और सरकारी पुस्तकालय का संचालन कराया जाए। जिससे कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के जो छात्र-छात्राएं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। वो भी यहां स्वध्यायन का लाभ उठा सकेंगे। इसके साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि अभी प्रशासन द्वारा संचालित समर्थ्य लाइब्रेरी में अध्ययन के लिए करंट अफेयर्स से संबंधित मासिक पत्रिकाएं नहीं मिल पाती। वहीं पुस्तकालय में यूपीएससी तथा पीसीएस की तैयारियों से संबंधित पुस्तकों की संख्या भी कम है। इससे छात्र-छात्राओं के स्वाध्ययन में बाधा उत्पन्न होती है। इस समस्या पर भी प्रशासन को ध्यान दें चाहिए। अगर प्रशासन इस ओर ध्यान दे तो युवाओं को अपना जिला छोड़कर बाहर जाने की जरूरत नहीं।

अच्छी पुस्तक और लाइब्रेरी बने तो परीक्षा में मिलेगी मदद

यह पुस्तकालय एक अच्छा माध्यम है, लेकिन छात्र-छात्राओं की बढ़ती संख्या के कारण अब प्रशासन को एक और सरकारी पुस्तकालय खोलने पर विचार करना चाहिए। इससे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों-छात्राएं भी लाभान्वित हो सकेंगे।

-यश प्रताप

पुस्तकालय में आने से हमें अध्ययन में बहुत सहायता मिलती है, लेकिन कभी-कभी लाइट जाने से असुविधा होती है। प्रशासन यदि सोलर पैनल लगवा दे तो इस समस्या से भी निजात मिल सकती है।

-भानु प्रताप सिंह

हम जैसे विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तकालय एक अच्छा स्रोत है। लेकिन अभी यहां की किताबों की संख्या कम है। यदि पुस्तकालय में स्वाध्ययन को उपलब्ध किताबें और विविधताओं में वृद्धि हो जाए, तो हमारी तैयारी और बेहतर हो सकती है।

-लखन यादव

यूपीएससी और पीसीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हमें करंट अफेयर्स से संबंधित मासिक पत्रिकाओं की आवश्यकता भी पड़ती है। इससे हम यूपीएससी और पीसीएस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर ढंग से तैयारी कर सकेंगे।

-सुमित यादव

स्वाध्ययन के लिए समर्थ्य लाइब्रेरी का माहौल बहुत अच्छा है। इससे यहां छात्र-छात्राओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन स्थान की कमी के कारण हमें अध्ययन में परेशानी होती है। यदि पुस्तकालय का विस्तार हो जाए, तो हमें बहुत लाभ मिलेगा।

-राहुल

समर्थ्य लाइब्रेरी में स्वाध्ययन को वातावरण अच्छा रहता है। प्रशासन को यहां अध्ययन के लिए मासिक पत्रिकाएं और प्रतियोगी परीक्षा की किताबें आदि बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। इससे हम और अधिक सशक्त होकर तैयारी कर सकेंगे।

-सचिन

यह लाइब्रेरी हमारे लिए बहुत मददगार है, लेकिन किताबों और संसाधनों की कमी महसूस होती है। खासकर यहां करंट अफेयर्स और प्रतियोगी परीक्षा से जुड़ी किताबों की संख्या कम है। इससे हमारी तैयारी में बाधा उत्पन्न होती है।

-वंशिका

पुस्तकालय में आने से हमें एक अच्छा अध्ययन वातावरण मिलता है, लेकिन यहां की सुविधाएं थोड़ी सीमित हैं। अगर किताबों की संख्या बढ़ाई जाए और अधिक स्थान मिले, तो पढ़ाई में आसानी हो सकती है।

-सुरेन्द्र कुमार

लाइब्रेरी में अध्ययन के लिए सुरक्षित और शांत वातावरण मिलता है। वहीं अध्ययन को छात्र-छात्राओं को सभी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। प्रशासन को ऐसी और लाइब्रेरी खोलने पर विचार करना चाहिए । इससे छात्र-छात्राओं को फायदा मिलेगा।

-प्रिया यादव

यहां मूलभूत सुविधाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन कभी-कभी लाइट ना आने की स्थिति में इनवर्टर ठप्प पड़ जाते हैं। यदि यहां सोलर पैनल लग जाएं। तो हमारी यह समस्या भी दूर हो सकती है और हम बिना किसी बाधा के अपना अध्ययन कर सकेंगे।

-एलके यादव

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