दद्दू प्रसाद को आज सपा में शामिल करवाएंगे अखिलेश, पीडीए फॉमूले को धार देने की कोशिश
- बसपा राज में कैबिनेट मंत्री रहे दद्दू प्रसाद को आज अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी ज्वाइन करा सकते हैं। अखिलेश यादव ने आज दोपहर सपा कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। चर्चा है कि इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दद्दू प्रसाद अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल हो सकते हैं।

उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों और नेताओं ने अभी से रणनीतिक चालें चलनी शुरू कर दी हैं। भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निकालने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार ऐक्शन मोड में हैं। उधर, अखिलेश यादव भी अपने पीडीए फॉमूले को धार देने में जुटे हैं। वह आज यानी सोमवार को बसपा राज में कैबिनेट मंत्री रहे दद्दू प्रसाद को सपा ज्वाइन करा सकते हैं। अखिलेश यादव ने सोमवार दोपहर एक बजे सपा कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है। चर्चा है कि इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दद्दू प्रसाद अपने समर्थकों के साथ सपा में शामिल हो सकते हैं।
सोशल मीडिया में दद्दू प्रसाद को लेकर सुबह से ही चर्चाएं और प्रतिक्रियाएं तेज हैं। कभी बसपा प्रमुख मायावती की कोर टीम में रहे दद्दू प्रसाद की सपा में सक्रियता से पार्टी के पीडीए फॉमूले को नई धार मिलने के दावे किए जा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में दलित वोटों को लेकर सियासी चौसर बिछानी शुरू कर दी है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी इस बार बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती (14 अप्रैल) के उपलक्ष्य में आठ अप्रैल से घर-घर अभियान चलाने जा रही है। इसका ऐलान खुद अखिलेश यादव ने दो दिन पहले अपनी प्रेस कांफ्रेंस में किया था।
अखिलेश यादव बार-बार अपने पीडीए फॉर्मूले में दलितों की भागीदारी बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। हाल में उनके कई ऐलानों और पार्टी के कार्यक्रमों को दलित वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। इधर, मायावती, दलितों के बीच भाजपा के अभियानों और चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी को लेकर भी आशंकित हैं। इस बीच दद्दू प्रसाद को सपा ज्वाइन कराने के अखिलेश यादव के कदम को काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।
दद्दू प्रसाद बसपा से तीन बार के विधायक रहे हैं। मायावती ने 2007 की सरकार में उन्हें ग्रामीण विकास मंत्री बनाया था। यूपी की सियासत के जानकारों का कहना है कि समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव मिशन-2027 को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे। निकट भविष्य में वे कुछ अन्य नेताओं को पार्टी ज्वाइन करा सकते हैं।