मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण न हुआ तो अप्रिय घटना की आशंका
Ambedkar-nagar News - अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में 29 जून से मोहर्रम का ऐतिहासिक रात्रि जुलूस शुरू होगा। यह जुलूस 10 मोहर्रम यानी 6 जुलाई को समाप्त होगा। इसमें एक लाख से अधिक जायरीन शामिल होंगे, लेकिन...

किछौछा, संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त किछौछा दरगाह में आगामी 29 जून से मोहर्रम का ऐतिहासिक रात्रि जुलूस प्रारंभ होगा। आठ दिनों तक चलने वाले इस जुलूस का समापन 10 मोहर्रम यानी छह जुलाई को होगा। मोहर्रम के जुलूस में देश भर के करीब एक लाख से ज्यादा जायरीन सहभागिता करेंगे। किछौछा दरगाह के मलंग गेट से लेकर सलामी गेट तक 350 मीटर सार्वजनिक मार्ग काफी संकरा है और इस मार्ग के दोनों छोर पर काफी अतिक्रमण भी है। मार्ग के दोनों छोर पर नालियां भी खुली हुईं हैं और हर साल जुलूस में मार्ग पर अतिक्रमण होने से काफी धक्का मुक्की होती है। खुली हुई नालियों में जायरीन गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। 10 मोहर्रम के जुलूस के समापन के लगभग एक पखवारा बाद प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मखदूम अशरफ का सालाना उर्फ भी शुरू होने वाला है। इस उर्स के दौरान देशभर के लगभग पांच लाख की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। उर्स में आने वाले जायरीन भी इसी सलामी गेट से होते हुए मलंग गेट होकर दरगाह शरीफ दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे। अरसे से यह मांग उठती रही है कि दरगाह के मलंग गेट से लेकर सलामी गेट तक जो अतिक्रमण है, उसे हटवा दिया जाए। स्थानीय दुकानदार दोनों छोर पर कम से कम डेढ़ फिट पीछे हट जाएं जिससे यह मार्ग तीन फिट और चौड़ा हो जाए।
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