औरैया में DM गरीब बच्चों के लिए चला रहे फ्री कोचिंग, रोजाना खुद पढ़ाते हैं IAS डॉ. इंद्रमणि
औरैया में DM ने अनूठी पहल की है। उन्होंने गरीब बच्चों के लिए फ्री कोचिंग खोली है। यहां डीएम रोजाना बच्चों को पढ़ाते हैं। इस काम में पुलिस विभाग के भी अफसर उनके साथ हैं। डीएम के बाद वह भी बच्चों को पढ़ाते हैं।

समाज का अंधियारा मिटाना है तो शिक्षा की लौ का जलना बेहद जरूरी है। इसी ध्येय के साथ औरैया के जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्टर्स कोचिंग शुरू की है। ककोर में डीएम आवास के बगल में चलने वाली इस कोचिंग में बंजारों के 40 बच्चे रोजाना पढ़ने आते हैं। खुद डीएम सुबह साढ़े छह बजे से बच्चों को पढ़ाते हैं। समाज के लिए प्रेरणास्रोत इस काम में पुलिस विभाग के भी अफसर उनके साथ हैं। डीएम के बाद वह भी बच्चों को पढ़ाते हैं।
जनता दर्शन के दौरान फरियादी के घर के बने पराठे खाकर चर्चा में आए डीएम डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी एक बार फिर से अपनी नेकदिली की वजह से सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने गरीब बंजारों के बच्चों को पढ़ाने का अभिनव प्रयोग किया है। उनके निर्देश पर कलेक्टर्स कोचिंग खोली गई है। यहां डीएम आवास के बगल में स्थित बंजारों के गांव लालपुर के बच्चे पढ़ने आ रहे हैं। कोचिंग में डीएम के साथ ही पुलिस विभाग का स्टाफ भी पढ़ा रहा है। डीएम का कहना है कि कोई भी समाज शिक्षा के माध्यम से ही आगे बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि लालपुर में रहने वाले ज्यादातर लोग सपेरे हैं। उनके बच्चे भी आगे चलकर इस काम में जुट जाते हैं। ऐसे में इनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए और बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए यह प्रयोग किया गया है।
मैं डीएम साहब की तरह बनना चाहती हूं
रविवार को कोचिंग में पहुंचकर हिन्दुस्तान की टीम ने लालपुर गांव निवासी मोहिनी से बात की। मोहिनी ने कहा कि वह डीएम सर की तरह बनना चाहती है। कोचिंग में डीएम सर, सतेन्द्र व विवेक सर भी पढ़ाने आते हैं। लालपुर गांव की ही खुशी देवी ने बताया कि वह कोचिंग पढ़ने आती है। वह भी पढ़-लिखकर अफसर बनना चाहती है।
औरैया जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि डीएम आवास के बगल में बंजारों का गांव लालपुर है। हम लोग उनके लिए काम करते रहते हैं। इस बार उनके बच्चों के लिए कलेक्टर्स कोचिंग का अभिनव प्रयोग किया है। इसमें 40 बच्चे पढ़ने आते हैं।
,