पट्टा देने के नाम पर ली 3 लाख रुपए की रिश्वत, आरोपी लेखपाल सस्पेंड
यूपी के औरैया में कृषि भूमि का पट्टा देने के नाम पर छह ग्रामीणों से तीन लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में लेखपाल सस्पेंड हो गए हैं। तहसीलदार की जांच के बाद एसडीएम ने कार्रवाई की है।

यूपी के औरैया जिले में एक लेखपाल पर रिश्वतखोरी के मामले में ऐक्शन हो गया है। यहां कृषि भूमि का पट्टा देने के नाम पर छह ग्रामीणों से तीन लाख रुपये वसूलने के आरोप में औरैया तहसील के लेखपाल को सस्पेंड किया गया है। पीड़ितों की शिकायत पर डीएम ने तहसीलदार से जांच कराई थी। आरोप सही पाए जाने पर एसडीएम ने यह कार्रवाई की। लेखपाल पर कार्रवाई के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
औरैया तहसील के पसईपुर केशमपुर गांव के अभय राम, सुमनदेवी, कमलेश कुमारी, श्याम वती, सुधारानी और श्याम सुंदर ने डीएम और एसपी से लेखपाल भूपेन्द्र पाल के खिलाफ शिकायत की थी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि लेखपाल ने कृषि भूमि का पट्टा दिलाने के नाम पर रुपए लिए थे। शिकायत मिलने जिलाधिकारी ऐक्शन आ गए। डीएम ने मामले की जांच तहसीलदार रणवीर सिंह को सौंपी थी। तहसीलदार ने 17 जून को अपनी जांच रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी। इसमें बताया कि श्याम सुंदर से 47 हजार रुपए, अभय से 45 हजार रुपए, कमलेश कुमारी से 45 हजार रुपए, चंद्रभान से 62 हजार, जयप्रकाश से 62 हजार और श्यामवती से 47 हजार रुपए वसूले थे। हालांकि तहसीलदार की जांच के दौरान लेखपाल भूपेन्द्र पाल ने सभी के रुपए वापस कर दिए थे। तहसीलदार ने इसके फोटो भी जांच रिपोर्ट में संलग्न किए थे।
एसडीएम राकेश कुमार ने लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की है। इस काम को सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के विरुद्ध मानते हुए लेखपाल को निलंबित कर रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय से संबंद्ध कर दिया है।