00 बोले आजमगढ़ असर 00
Azamgarh News - नगर के खत्री टोला मोहल्ले के लोग अब स्वच्छता के बीच सांस ले सकेंगे। वर्षों से जाम पड़ीं नालियां की सफाई होने से लोगों को गंदगी और बदबू से निजात मिल गई

आजमगढ़, संवाददाता। साइबर थाना की पुलिस ने लखनऊ में छापेमारी कर ऑनलाइन गेम के जरिए धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से पांच लाख रुपये के सामान, 12 मोबाइल फोन और चार लैपटॉप बरामद हुए हैं। पकड़े गए आरोपियों में छह बिहार और एक कानपुर का निवासी है। एसपी ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषण की है। जनपद के अतरौलिया निवासी शिवकुमार की शिकायत पर साबइर थाना की पुलिस जांच कर रही थी। सर्विलांस के माध्यम से एक मोबाइल नंबर की जानकारी हुई। जिसकी लोकेशन कमिश्नरेट लखनऊ में मिली। इस पर साइबर थानाध्यक्ष राजीव कुमार यादव अपनी टीम के साथ लखनऊ पहुंचे। यहां किराए के मकान से जालसाज आनलाइन गेमिंग के जरिए फ्राड का धंधा संचालित कर रहे थे। इसी मकान में हेड ऑफिस बना रखा था। पुलिस ने मौके से सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 12 मोबाइल, चार लैपटाप, दो लैपटाप चार्जर, पांच मोबाइल चार्जर, एक माउस और दो फर्जी आधारकार्ड बरामद हुए। एसपी हेमराज मीना ने बताया कि साइबर अपराधी लखनऊ में हेड आफिस खोलकर देश के विभिन्न स्थानों पर ब्रांच चलाते थे। ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से धनराशी फर्जी खातों में मंगाते थे। इस ऑफिस के जरिए बदमाश फर्जी खातों में रुपये मंगाने के बाद उन्हें चिह्नित खातों में स्थानांतरित करते थे। कैश विड्राल करने के साथ ही क्रिप्टोकरेंसी में बदलते थे। हवाला और क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से रुपये यूएई समेत अन्य देशों में भेजते थे।
ये लोग किए गए गिरफ्तार
रणवीर कुमार निवासी सिमरी बख्तियारपुर थाना सिमरी बख्तियारपुर, जिला सहरसा बिहार, मो. शारीख शेख, मो. रफीक, अंगद कुमार निवासी पहलाम सिमरी बख्तियारपुर थाना सिमरी बख्तियारपुर जिला सहरसा बिहार, बदरुल निवासी सिमरी बख्तियारपुर जनपद सहरसा बिहार और कृष्ण कुमार निवासी एकडारा थाना खुटौना जिला मधुबनी बिहार तथा आलोक कुमार निवासी गौरिया थाना महराजपुर जिला कानपुर।
तीसरी बार पुलिस को मिली सफलता
जनपद की साइबर थाना की पुलिस ने आनलाइन जालसाजी करने वालों के खिलाफ तीसरी बार बड़ी कार्रवाई की है। इसके पूर्व शहर के रैदोपुर में छापेमारी कर साइबर अपराधियों के गिरोह का भंडाफोड़ किया था। इसके बाद मार्च माह में वाराणसी में छापेमारी कर इसी गिरोह की दूसरी शाखा का भंडाफोड़ किया था। अब लखनऊ से सात लोगों को पकड़ा गया है।
किंग और बाबा भैया की तलाश में पुलिस
एसपी ने बताया कि साबइर ठग गेमिंग एप कई नाम से चलाते थे। जिसमें फेयर प्ले, क्रिकेट, महादेवा एप का भी नाम आया है। इन एप से जो भी पैसा आता था, उसे फर्जी बैंक खातों के जरिए कहीं और भेजा जाता था। इसमें दो लोगों के नाम सामने आए हैं। किंग और बाबा भैया के निर्देश पर लखनऊ स्थित हेड ऑफिस से रुपये ट्रांसफर किए जाते थे। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। इन लोगों ने व्हाट्सएप पर चार-पांच अलग-अलग ग्रुप भी बनाए थे। अलग-अलग काम के लिए ग्रुप बने थे। बैंक खातों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। बिक्टो आईडी मिली है, उसकी भी जांच की जा रही है।
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