धर्म करने और श्रवण करने से प्राप्त होता है असीम सुख-शांति: साध्वी गीता
Bagpat News - महासाध्वी गीता महाराज ने कहा कि जीवन में लक्ष्य प्राप्त करने के लिए पुरूषार्थ करना आवश्यक है। बिना मेहनत के कुछ नहीं मिलता। धर्म का पालन और श्रवण से सुख-शांति मिलती है। साधना करने वाले संसार के आकर्षण...

बड़ौत। महासाध्वी गीता महाराज ने कहा कि जीवन में यदि इंसान को अपना लक्ष्य हासिल करना है, तो इसके लिए पुरूषार्थ करना बहुत जरूरी हैं। बिना पुरूषार्थ के कुछ मिलने वाला नहीं हैं। जीवन में धर्म करने व श्रवण करने से अपार सुख-शांति प्राप्त होती है। नगर की पुराना जैन स्थानक में रविवार को साध्वी एक धर्म सभा को संबोधित कर रह थी। उन्होंने कहा कि धर्म की बातों, धर्म के सिद्धांतों का श्रवण व गुणगान करने से अपार सुख शांति प्राप्त होती है।इंसान को जरा भी अनुकूलता मिलती है तो खुश हो जाता हैं। इस जीवन में सुख व दुख दोनों हैं। सुख के साथ दुख सहन करने की भी क्षमता रखनी चाहिए। साधना करने वाला संसार के आकर्षण में नहीं फंसता हैं। सिर्फ सपन देखने से व्यक्ति अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकता हैं। कुछ लोग नींद में सपने देखते है और किसी को सपने पूरे करने के लिए नींद नहीं आती हैं। उन्होंने कहा कि जब इंसान का रास्ता सीधा और कर्म ठीक होंगे तो लक्ष्य को पाने से कोई नहीं रोक सकता हैं। धर्मसभा में साध्वी वर्णिका ने भजन गाए, जिनसे श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
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