थारूओं का उत्थान ही दीनदयाल शोध संस्थान का मुख्य उद्देश्य
Balrampur News - बलरामपुर, संवाददाता। पचपेड़वा विकासखंड के थारू सांस्कृतिक संग्रहालय इमलिया कोड़र के दीनदयाल शोध

बलरामपुर, संवाददाता। पचपेड़वा विकासखंड के थारू सांस्कृतिक संग्रहालय इमलिया कोड़र के दीनदयाल शोध संस्थान में रोजगार परक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से थारुओं के 56 गांव को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से थारू क्षेत्र में सिलाई के आठ एवं इलेक्ट्रीशियन के प्रशिक्षण का एक केंद्र स्थापित किया गया है। दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव अभय महाजन व सचिव गोंडा राम कृष्ण तिवारी ने कहा कि दीनदयाल शोध संस्थान का मुख्य उद्देश्य थारू क्षेत्र के गरीब छात्र-छात्राओं को उनके जरूरत के अनुरूप सिलाई, कढ़ाई एवं इलेक्ट्रीशियन में प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना है।
इसी उद्देश्य के तहत रोजगार परख प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के कोषाध्यक्ष बसंत पंडित रामसुंदर थारू एवं हरिराम थारू ने भी अपने-अपने विचार रखे। यह प्रशिक्षण नौ केंद्रों पर मास्टर ट्रेनर की मौजूदगी में दिया गया। जिसमें 200 से अधिक प्रशिक्षु बालक व बालिका भी उपस्थित रहे। संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि थारू जनजाति भारतीय संस्कृति को संजोए हुए हैं। सचिन रामकृष्ण तिवारी ने आए हुए जनमानस का स्वागत करते हुए प्रशिक्षण की रूपरेखा के साथ विस्तार से जानकारी दी। संग्रहालय अधीक्षक आशुतोष शुक्ल ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व सांसद नानाजी देशमुख एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्श पर कराया जा रहा है।
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