रिमझिम बरसात से मौसम हुआ सुहाना, गर्मी से मिली राहत
Balrampur News - जिले में चार दिनों के अन्तराल पर भारी बारिश की संभावना है। किसानों ने धान बेड़न की रोपाई की तैयारी शुरू कर दी है। हाल की रिमझिम वर्षा से गन्ना और सब्जी फसलों को लाभ हुआ है। मौसम सुहाना हो गया है,...

मौसम चार दिनों के अन्तराल पर जिले में भारी बारिश की संभावना, फसलों की ठीक प्रकार हो सकेगी बुवाई खेतों में तैयार है धान बेड़न, रोपाई करने को लेकर खेत की जुताई में जुटे किसान बलरामपुर, संवाददाता। जिले में हुई रिमझिम वर्षा से जिला वासियों को गर्मी से राहत मिली है। गन्ना व सब्जी फसल को संजीवनी मिली है। मौसम सुहाना होने के कारण लोगों ने राहत की सांस ली है। तैयार धान बेड़न की रोपाई करने की तैयारी किसान कर रहे हैं। सुबह पांच बजे से शुरू हुई बूंदाबांदी सुबह 11 बजे तक होती रही। वर्षा से कोई दुश्वारी नहीं बढ़ी है।
किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है। किसान भाईवर्षा को मानसूनी मान रहे हैं। उनका कहना है कि अब उनके फसलों की बुवाई ठीक प्रकार हो सकेगी। चार दिनों के अन्तराल पर जिले में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। सोमवार भोर पांच बजे शुरू हुई रिमझिम बरसात अपरान्ह एक बजे तक होती रही। आठ घंटे तक हुई वर्षा से एक ओर जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है वहीं दूसरी ओर खेत में गन्ना, सब्जी व धान बेड़न को संजीवनी मिली है। रविवार रात से ही आसमान में काले घने बादल छा गए थे। रात भर ठंडी हवाएं चलती रहीं। सुबह पांच बजे बूंदाबांदी शुरू हो गई। लगभग 20 मिनट तक तेज बारिश हुई। उसके बाद हवा का दबाव कम होते ही वर्षा बूंदाबांदी में बदल गई। इस दौरान लोगों ने वर्षा का जमकर आनंद उठाया। छोटे बच्चों ने बारिश में भीगकर वर्षा का मजा लिया। जिले के पचपेड़वा, गैसड़ी, तुलसीपुर, हर्रैया सतघरवा, जरवा, महमूदनगर, बलदेवनगर, ललिया, शिवपुरा, मथुरा बाजार, सादुल्लाह नगर, रेहरा बाजार, उतरौला, श्रीदत्तगंज आदि क्षेत्रों में हुई वर्षा से लोगों को गर्मी राहत मिली है। राम सजीवन, अंगद प्रसाद, संचित राम, निबरे, मनोरथ प्रसाद, राजित राम व संगम आदि किसानों का कहना है कि मानसून की पहली बरसात के बाद खेत में तैयार धान बेड़न की रोपाई को लेकर तैयारी की जा रही है। रिमझिम बरसात होने से खेतों की जुताई आसान हो जाएगी। एक से दो दिनों खेतों की जुताई रोपाई के लिए खेत को तैयार कर लिया जाएगा। गन्ना फसल को मिली संजीवनी, खेत की गुड़ाई हुई आसान राजाराम, मोहन सिंह, राजिन्दर, संजय वर्मा, संदीप, महेश कुमार आदि ने किसानों का कहना है कि सोमवार को हुई बरसात से गन्ना फसल को खासा लाभ पहुंचा है। गन्ना खेत की गुड़ाई काफी समय से टल रही थी। बरसात होने से खेत की मिट्टी नम होने से गुड़ाई कराने में आसानी होगी। एक दो दिन में गुड़ाई का काम पूरा करने के बाद उसमें उर्वरक छिड़काव किया जाएगा। यदि इसी तरह समय-समय पर बारिश होती रही तो गन्ना फसल के उत्पादन में खासा लाभ मिलेगा। वहीं जिन किसानों ने निजी पंपिंग सेट के सहारे गन्ना फसल की सिंचाई कर खेत की गुड़ाई कर ली थी, वे यूरिया व अन्य उर्वरक के छिड़काव की तैयारी कर रहे हैं। नहरों में नहीं आ रहा पानी, कैसे हो खेती किसानी हर्रैया सतघरवा क्षेत्र में सिंचाई को लेकर किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। इन क्षेत्रों में बनी नहरों में पानी संचालन न होने से उनकी फसलें सूखने के कगार पर पहुंच गईं हैं। किसानों का कहना है कि नहर में पानी संचालन को लेकर कई बार विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाई गई लेकिन नहर में पानी छोड़ने की जहमत अधिकारी नहीं उठा रहे हैं। जब भी शिकायत की जाती है तो अधिकारी सिर्फ सांत्वना देकर वापस लौटा देते हैं। महेश कुमार, तिलकराम, निब्बर, बाउर, राजेन्द्र बहादुर आदि किसानों ने बताया कि यहां खेती प्राकृतिक वर्षा पर निर्भर होती है। समय से नहर में पानी न आने से किसानों की फसल सिंचाई के अभाव में बर्बाद हो जाती है। वहीं बरसात शुरू होने पर नहरें भी उफान पर आ जाती है। एक ओर किसानों की फसल सूखे की मार झेलती है तो दूसरी ओर नहरों के उफान पर होने से बची कुची फसलें जलमग्न होकर नष्ट हो जाती हैं।
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