कलयुग का श्रवण कुमार! मां को कंधे पर बैठाकर बिहार से लाए यूपी, काशी में करवाया गंगा स्नान
यूपी के वाराणसी में एक शख्स अपनी मां को कंधे पर गंगा स्नान के लिए लाया। बिहार के कैमूर से आए शख्स ने बताया कि उनके पिता का देहांत हो गया है और उन्होंने अपनी माता की सेवा का प्रण लिया है।

कलयुग में भी बेटे अपने माता-पिता के लिए कष्ट उठाने को तैयार हैं और इसके कई उदाहरण हाल ही में महाकुंभ के दौरान देखने को मिले थे। ऐसा ही एक बार फिर अब काशी में देखने को मिला। पूर्णिमा पर गंगा स्नान के अवसर पर एक शख्स अपनी मां को गंगा स्नान करवाने के लिए पहुंचा। शख्स ने अपनी मां को कंधे पर उठाया हुआ था। बिहार के कैमूर से यूपी के वाराणसी आए राणा प्रताप सिंह ने अपनी 90 वर्षीय मां को अपने कंधों पर उठा रखा था और उन्हें काशी गंगा स्नान करवाने के लिए लाए थे।
राणा प्रताप सिंह का अपनी मां के प्रति प्रेम देखकर हर कोई अभिभूत था। राणा प्रताप सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे पिता का 11 अप्रैल को देहांत हो गया। हमारी माता का नाम पिदंबरा देवी है। हमारे पुत्र का हमें सहयोग मिला है। हम हिंदुस्तानी हैं। ठान लिया है कि पूरे 12 महीना अपनी माता जी को जप करेंगे। मां की उम्र 90 साल है। पिता जी का 11 अप्रैल को देहांत हो गया है। उनकी चरण पादूका रखी है। सुबह उठकर दंडवत प्रणाम करते हैं। माता जी के बाद सोना पहले जागना। माता जी कभी नहीं कहती है। जो भारत की परंपरा जा रही है उसे ला रहे हैं। मां ने दूध पिला कर बेटे को बड़ा किया है। मां खुद गीले कपड़ों पर सोई लेकिन बच्चे को सूखे पर सुलाया।
उन्होंने अपील की है कि जहां अब बच्चे माता-पिता को पानी-दाना भी नहीं पूछ रहे। माता-पिता रोते-रोते मर रहे हैं। ऐसे में हमारी अपील है कि इसे वायरल करो और लोगों को बताओ की इसी अवस्था में सभी को आना है। नकली धन पर सीता भी रावण ले गया। राम जी नकली धन पर हिरण के पीछे दौड़े। हमारा इतिहास श्रवण कुमार का है। उनके बाद अब मैं कर रहा हूं। राम ने अपने पिता के वचनों को पूरा किया। शंकर भगवान के पुत्र गणेश ने अपने माता-पिता की परिक्रमा कर ली। ऐसे ही जो लोग अपने माता-पिता की पूजा करते हैं, वे कभी हार का सामना नहीं कर सकते।