हंगामा : ऑपरेशन में लापरवाही से मौत का आरोप
Bijnor News - पित्त की थैली के ऑपरेशन के बाद एक मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल में चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया, यह कहते हुए कि ऑपरेशन के बाद रक्तस्राव बंद नहीं हुआ। चिकित्सक ने आरोपों को खारिज किया और...
पित्त की थैली के ऑपरेशन के बाद रक्तस्राव बंद नहीं होने पर परिजन वापिस उसी अस्पताल में मरीज को लेकर पहुंचे, जहां ऑपरेशन किया गया था। इसी दौरान मरीज की मौत हो गई। इस पर परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया व अधिकृत न होते हुए भी ऑपरेशन करने का आरोप लगाया। उक्त हॉस्पिटल बीते वर्ष भी पहली अगस्त को एक जच्चा की मौत होने पर सील किया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक सप्ताह पूर्व बढ़ापुर क्षेत्र के एक ग्राम निवासी 48 वर्षीय व्यक्ति को दर्द होने पर कोतवाली देहात के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था।
परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक ने पित्त की थैली का ऑपरेशन कर दिया। तीन दिन अस्पताल में रखकर मरीज को घर भेज दिया था, लेकिन ऑपरेशन के स्थान से रक्तस्राव बंद नहीं हो रहा था। सोमवार की सुबह वे चिकित्सक के यहां लेकर पहुंचे तो अत्यधिक रक्तस्राव होने से मरीज की मौत हो गई। परिजनो ने अस्पताल के चिकित्सक पर ऑपरेशन के लिए अधिकृत न होने व लापरवाही का आरोप लगाया। उधर चिकित्सक ने ऑपरेशन में लापरवाही के आरोपों को गलत बताते हुए कहा, कि उक्त मरीज की मौत घर पर ही हो गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाद में समझौता होने पर परिजन बिना किसी कानूनी कार्रवाई के ही शव को सुपुर्दे खाक करने के लिए ले गए। वहीं चिकित्सक का कहना है कि ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप गलत है। ऑपरेशन 10-12 दिन पहले हुआ था। मरीज की मौत घर पर ही हुई है। पूर्व में अस्पताल सील करने के मामले में डीएम के आदेश पर सील खुली थी। वर्जन.... मामला संज्ञान में नहीं है। पिछले साल ये हॉस्पिटल सीएमओ के आदेश पर सील किया था। संचालक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। न्यायिक प्रक्रिया के बाद अफसरों के आदेश पर सील खुली थी। - डा. प्रमोद कुमार, नोडल अफसर क्वैक्स
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