BJP इतिहास के पन्ने पलटना बंद करे, राणा सांगा विवाद पर रामजी लाल सुमन के समर्थन में बोले अखिलेश
- सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के लोग किस बात पर बहस कर रहे हैं। वे औरंगजेब पर बहस छेडना चाहते हैं तो रामजी लाल सुमन जी ने भी इतिहास का कोई पन्ना पलट दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि इतिहास किसने लिखा है, हमने तो इतिहास नहीं लिया है। भाजपा से निवेदन है कि इतिहास के पन्ने ना पलटें।

Akhilesh Yadav on Rana Sanga Controversy: राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद रामजी लाल सुमन ने बाबर और औरंगजेब के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए राणा सांगा को लेकर एक विवादित बयान दे दिया था। इसके बाद दिल्ली से लेकर लखनऊ तक के सियासी गलियारों में बवाल मचा हुआ है। इस बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रामजी लाल सुमन के समर्थन में बयान दिया है। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी इतिहास के पन्ने पलटना बंद करे।
सपा प्रमुख ने कहा कि रामजी सुमन ने क्या कहा है। भाजपा के लोग किस बात पर बहस कर रहे हैं। वे औरंगजेब पर बहस छेडना चाहते हैं तो रामजी लाल सुमन जी ने भी इतिहास का कोई पन्ना पलट दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि इतिहास किसने लिखा है, हमने तो इतिहास नहीं लिया है। भाजपा से निवेदन है कि इतिहास के पन्ने ना पलटें। यदि पन्ने पलटे जाएंगे तो यह भी सामने आ जाएगा कि जब छत्रपति शिवाजी का तिलक होना था, तो किसी ने तिलक कराने से इनकार कर दिया था। क्या भाजपा आज इसकी निंदा करेगी। इसलिए भाजपा इतिहास के पन्ने को पलटना बंद करें।
क्या बोले थे रामजी लाल सुमन
राज्यसभा में सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा था, 'भाजपा के लोगों का तकियाकलाम हो गया है कि सबको कहते हैं- इनमें बाबर का डीएनए है। हिंदुस्तान का मुसलमान तो बाबर को आदर्श मानता नहीं है। वो तो मोहम्मद साहब को अपना आदर्श मानता है। सूफी-संतों की परंपरा को आदर्श मानता है। मैं तो यह जानना चाहूंगा कि बाबर को आखिर लाया कौन? बाबर को तो इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लेकर आया था।' उन्होंने राणा सांगा को गद्दार तक कह दिया था जिसका विरोध हो रहा है।
बाद में दी ये सफाई
बाद में रामजी लाल सुमन में इस बारे में कहा कि उन्होंने किसी की भावनाओं को आहत करने की कोशिश नहीं की है। सिर्फ इतिहास के तथ्य को बताया है। आगरा में अपने आवास आने के बाद एक बयान में उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि देश में आपसी सदभाव बना रहे। रोज-रोज बाबर, औरंगजेब और मुसलमानों को लेकर दिए जा रहे बयानों को बंद किया जाना चाहिए। यदि मुसलमानों को बाबर का डीएनए बताएंगे तो सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि बाबर को देश में लाया कौन था।