नवरात्रि में माहौल बिगाड़ने की कोशिश, असामाजिक तत्वों ने मंदिर में स्थापित देवी की मूर्ति तोड़ी
बुलंदशहर में नवरात्रि से एक दिन पहले असमाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।पथवारी मंदिर में देवी की मूर्ति को खंडित कर दिया। जब इस बात की जानकारी ग्रामीण और हिंदू संगठन के लोगों को हुई तो आक्रोश फैल गया।

यूपी के बुलंदशहर में नवरात्रि से एक दिन पहले असमाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। उन्होंने नारऊ गांव स्थित पथवारी मंदिर में देवी की मूर्ति को खंडित कर दिया। जब इस बात की जानकारी ग्रामीण और हिंदू संगठन के लोगों को हुई तो आक्रोश फैल गया। मूर्ति खंडित होने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मामले में केस दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
ये मामला छतारी क्षेत्र के नारऊ गांव का है। जहां शनिवार की रात में असामाजिक तत्वों ने मंदिर में लगी मूर्ति और गेट पर लगी टाइल को खंडित कर दिया गया। सूचना मिलते है बजरंग दल के संयोजक संदीप राघव के साथ ग्रामीण जुट गए और रोष व्यक्त किया। सूचना मिलते ही सीओ डिबाई शोभित कुमार थाना प्रभारी संदीप कुमार,तहसीलदार विपिन वर्मा,कानूनगो रूप सिंह, इंस्पेक्टर डिबाई रवि रतन,इंस्पेक्टर पहासू रामफल सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। सतीश चंद शर्मा ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। वही, सीओ ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया गया है। मामले के खुलासे के लिए पुलिस की दो टीमों को लगाया है। आरोपी शीघ्र पकड़े जाएंगे। गांव में शांति है।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मंदिरों में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
शक्ति की अधिष्ठात्री मां दुर्गा की उपासना का त्योहार चैत्र नवरात्र का शुभारंभ रविवार से शुरू होने के साथ ही पहले दिन मंदिरों में सुबह से ही देवी मंदिरों पर देवी भक्तों की भीड़ उमड़ी। श्रद्धालु माता की प्रतिमा पर चुनरी, सिंदूर और पुष्प चढाकर परिवार के लिए सुख, शांति और संपन्नता बनाए रखने के लिए प्रार्थना किया।
प्रयागराज के प्रमुख देवी मंदिरों के बाहर दर्शन पूजन के लिए सुबह चार बजे से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। मंदिरों में माता के जयकारों की गूंज होती रही। अलोपीबाग स्थित माता अलोपशंकरी, मीरापुर स्थित मां ललिता देवी, कल्याणी देवी स्थित मां कल्याणी, चौक स्थित खेमा माई, मुटठीगंज स्थित काली बाड़ी मंदिर मां के जयकारे के साथ घंटी और घड़ियाल तथा शंख ध्वनि गूंजती रही। देवी मंदिरों में आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु देवी मां की झलक पाने को आतुर दिखे। श्रद्धालु घंटों तक लाइन में खड़े रहे और फिर मां के दरबार में पहुंचे और उनके चरणों में मत्था टेका। मंदिरों में भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं सका, पुलिस भी इसका पालन करने के लिए जूझती दिखी।