टीबी मरीजों को इलाज देने में बुलंदशहर प्रदेश में चौथे नंबर पर
Bulandsehar News - सरकार ने टीबी को खत्म करने का अभियान शुरू किया है। टीबी मरीजों की तलाश और इलाज के लिए 10 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई। बुलंदशहर को टीबी खोजी अभियान में प्रदेश में चौथा स्थान मिला है। वर्तमान में...

सरकार ने टीबी को जड़ से खत्म करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर लगातार टीबी मरीजों की तलाश कर बेहतर इलाज दिया जा रहा है। अब टीबी खोजी अभियान और दवा वितरण समेत कई पैरामीटर पर सरकार ने प्रदेशभर के जिलों की समीक्षा कर रैंकिंग जारी की है। जिसमें बुलंदशहर प्रदेश में चौथे पायदान पर रहा है। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. हेमंत रस्तोगी ने बताया कि जिले में नए मरीजों की तलाश के लिए 10 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई। इस दौरान 100 दिवसीय टीबी अभियान भी चलाया गया। वर्तमान में जिले के 16 ब्लाक और शहरी क्षेत्र में आठ हजार से अधिक टीबी मरीजों को निशुल्क इजाज दिया जा रहा है।
टीबी के खात्मे के लिए चल रहे अभियान की रफ्तार धीमी न पड़े, इसके लिए शासन द्वारा मानीटरिंग भी की जा रही है। जिसके आधार पर सभी जनपदों को रैंकिंग दी जा रही है। अब जनवरी 2025 से अप्रैल 2025 तक चार माह में टीबी के खोजी अभियान, सैंपलिंग, दवा वितरण और स्वस्थ हुए मरीजों के आधार स्कोर तैयार किया गया। इसमें प्रदेश में पहले स्थान पर रामपुर जनपद है। रामपुर जनपद ने 91.4 अंक प्राप्त किए हैं। 90.4 अंक के साथ सोनभद्र दूसरे और 90.3 अंक के साथ महोबा तीसरे और बुलंदशहर चौथे नंबर पर है। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों की तलाश लगातार जारी है। टीबी को जड़ से खत्म करने की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है।
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