दिल और मूक बधिर बच्चों की इलाज की मिल रही सुविधा
Chandauli News - 0राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सकलडीहा सीएचसी पर मिल रही सुविधादिल में छेंद और मूक वाधिर बच्चो की इलाज शुरू होने से गरीबों को मिली संजीवनीद

सकलडीहा, हिन्दुस्तान संवाद राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों में जन्मजात गंभीर बीमारियों के इलाज और आपरेशन की सुविधा नि:शुल्क होती है। इससे सकलडीहा सीएचसी जुड़ा हुआ है। सकलडीहा सीएचसी पर अब तक दिल में छेद के 13, मूक बधिर 5, टेढ़ा पैर के 16 और कटे होठ के 9 को बच्चों का आपरेशन और इलाज हुआ है। वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डा. संजय यादव की देखरेख में आरकेबीएस टीम लगातार विजिट कर गरीब बच्चों को लाभ दिलाने में जुटी है। सोमवार को भी खड़ेहरा गांव के सात वर्षीय दिव्यांशु राय पुत्र धीरेन्द्र राय के बेटे के दिल में छेद होने पर आपरेशन के लिये पंजीयन किया गया।
वरिष्ठ चिकित्सक डा. संजय यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की इस योजना से गरीब परिवार को काफी सहूलियत होता है। जन्मजात बच्चे शून्य से 19 साल के बच्चों को हृदय में छेद, पैर टेढ़ा होना, मूक बधिर( गूंगा बहरा बच्चे), रीढ़ की हड्डी में जन्मजात विसंगति, कटे होठ और ताल, डाउन सिड्रोम इत्यादि कुल 9 प्रकार की जांच स्वास्थ्य विभाग की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत नि:शुल्क इलाज और आपरेशन की सुविधा सीएचसी सकलडीहा पर मिल रही है। इसके लिये कुल चार सदस्यीय टीम प्रत्येक सीएचसी पर तैनात है। इस क्रम में सकलडीहा सीएचसी के अर्न्तगत इलाज कराया जा रहा है। इसके साथ ही जन्मजात बीमारियों का पहचान के लिये आरकेबीएसके टीम साल में दो बार आगनबाड़ी केन्द्र और एक बार परिषदीय स्कूलों में बच्चों की कैंप लगाकर जांच पड़ताल करती है। जन्मजात बिमारियों का लक्षण मिलने पर बच्चे का पंजीयन कराकर इलाज और आपरेशन की सुविधा दिलाया जाता है।
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