आम महोत्सव 2025: स्थानीय प्रजातियों का संरक्षण और पर्यावरण मित्र उत्पादन पर रहेगा जोर
Gorakhpur News - गोरखपुर में 22 जून को इंटैक का तीसरा आम महोत्सव 2025 आयोजित होगा। इस महोत्सव में स्थानीय आम प्रजातियों की पहचान, संरक्षण और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादन पर चर्चा की जाएगी। किसानों, वैज्ञानिकों और...

गोरखपुर। मुख्य संवाददाता इंटैक गोरखपुर का चैप्टर इस साल भी परंपरा को बरकरार रखते हुए 22 जून की दोपहर 2:30 बजे गोरखपुर क्लब के मीटिंग हाल में तीसरा, इंटैक आम महोत्सव 2025 आयोजित करेगा। इस आयोजन में गोरखपुर क्षेत्र की स्थानीय आम प्रजातियों को प्रदर्शित करने के साथ-साथ उनकी पहचान, संरक्षण और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादन के विषय पर गहन संवाद भी होगा। लगातार तीसरे वर्ष होने वाले इस महोत्सव में आम उत्पादक, वैज्ञानिक, विशेषज्ञ और आम व्यापार से जुड़े विभिन्न प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। आयोजन का उद्देश्य है गोरखपुर क्षेत्र की 100 से अधिक स्थानीय आम प्रजातियों का संरक्षण, संवर्धन और उनकी बाजार संभावनाओं को बढ़ावा देना।
इंटैक गोरखपुर के संयोजक महावीर कंदोई ने बताया कि वर्तमान में बाजार की मांग और निर्यात के चलते अधिकांश किसान देशी प्रजातियों को छोड़ कर कलमी आम उत्पादन की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे पारंपरिक प्रजातियों का संकट बढ़ रहा है। इसके साथ ही आम उत्पादन में रसायनों के उपयोग से पर्यावरण और स्वास्थ्य पर खतरा उत्पन्न हो रहा है। डॉ. शलेंद्र राजन और डॉ एनके सिंह भी लेंगे संवाद में हिस्सा इस बहस को और समृद्ध बनाने के लिए सेंटर ट्रॉपिक रिसर्च इंस्टीट्यूट के पूर्व निदेशक वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र राजन और नेशनल इंस्टीट्यूट फार प्लांट बायोटेक्नोलॉजी (आईसीएआर) के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डॉ. एनके सिंह भी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस महोत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण और इको-फ्रेंडली उत्पादन तकनीकों पर विस्तृत चर्चा। इस संवाद में गोरखपुर इन्वायरमेंटल एक्शन ग्रुप, उद्यान विभाग, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग और महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केन्द्र के सहयोग से आम उत्पादन और प्रसंस्करण की सामूहिक जिम्मेदारी पर विचार होगा। एफपीओ, स्वयं सहायता समूहो सरकार की योजनाओं से कराएंगे अवगत इंटैक के सह संयोजक आचित्य लाहिड़ी ने बताया कि इस वर्ष के आम महोत्सव में किसानों और व्यापारिक समूहों के लिए सरकारी योजनाओं का परिचय, स्वयं सहायता समूहों और किसान उत्पादक समूहों की भूमिका पर विशेष फोकस रहेगा। आयोजन की सराहना करती हुई हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ अनिता अग्रवाल कहती हैं कि आयोजन गोरखपुर के आम प्रेमियों और किसानों के लिए महत्वपूर्ण अवसर है, जहां वे न केवल स्थानीय प्रजातियों के संरक्षण की दिशा में कदम उठा सकेंगे बल्कि पर्यावरण-संरक्षण के अनुरूप खेती के नए रास्ते भी खोज सकेंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।