Ganga River Erosion Threatens Farmland Amidst Heatwave in Dhannapur गंगा कटान से एक दर्जन गांवों पर मंडराने लगा है अस्तित्व का संकट, Chandauli Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsChandauli NewsGanga River Erosion Threatens Farmland Amidst Heatwave in Dhannapur

गंगा कटान से एक दर्जन गांवों पर मंडराने लगा है अस्तित्व का संकट

Chandauli News - तटवर्ती इलाके में उपजाऊ खेतों के कटान की समस्या नहीं हो रही कम गंगा कटान से एक दर्जन गांवों पर मंडराने लगा है अस्तित्व का संकटगंगा कटान से एक दर्जन ग

Newswrap हिन्दुस्तान, चंदौलीMon, 28 April 2025 03:04 AM
share Share
Follow Us on
गंगा कटान से एक दर्जन गांवों पर मंडराने लगा है अस्तित्व का संकट

धानापुर। भले ही प्रचंड गर्मी के चलते गंगा का पानी कम हो रहा है। लेकिन तटवर्ती इलाके में उपजाऊ खेतों के कटान की समस्या कम नहीं हो रही है। रामपुर दीयां प्रसहटा से लेकर नौघरां तक गंगा के कटान की रफ्तार ज्यादा है। यहां गंगा के किनारे स्थित खेतों में ऐसे मोटे मोटे दर्रे फटे हुए हैं। जिन्हें देखकर अब किसानों को भी यह लगने लगा है कि शायद ही अब कभी उन्हें गंगा कटान की समस्या से निजात मिल पाएगी। वर्तमान में गंगा नदी में रामपुर दीयां और नरौली गांव के बीच कई जगह बालू की बड़ी-बड़ी रेती जमा हो गई है। इसके चलते गंगा की धारा एक बार फिर से नदी के दक्षिणी किनारे से बह रही है। इस वजह से तटवर्ती खेतों की मिट्टी न केवल कट कर गंगा में बहती जा रही है। बल्कि आगे भी लगातार तीब्र कटान को दावत दे रही है। प्रसहटां और नौघरां गांव के बीच तो नदी के किनारे मोटे मोटे दर्रे फट गए हैं। उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि आने वाले कुछ वर्षों में कटान की जद में किसानों के उपजाऊ खेत के साथ ही तटवर्ती इलाके के कई गांव भी आ जाएंगे। तटीय इलाके के लोगों के लिए नासूर बनी गंगा कटान की समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। वर्तमान परिवेश में जब गंगा का पानी घट रहा है तो उसके बाद भी किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। चार दशक गुजर गए हैं। बावजूद इसके गंगा किनारे की भूमि का कटाव अभी तक नहीं थम पाया है। लेकिन शासन प्रशासन से लेकर किसी भी जनप्रतिनिधि तक गंगा कटान से रोकथाम को लेकर कोई ठोस विकल्प नहीं तलाशा है। इस वजह से कुछ वर्षों के अंदर गंगा की तीब्र धाराएं महुंजी, बीरासराय, गुरैनी, प्रहलादपुर,बड़ौरा, कवलपुरा, सोनहुली, मिश्रपूरा, नरौली, महमदपुर, मेढवा, अमादपुर, नगवां, बुद्धपुर, नौघरां, हिंगुतरगढ़, प्रसहटा, रामपुरदिया आदि अन्य गांवों के सैकड़ों किसानों को बर्बाद कर गईं। किसान इस कदर तबाह हुए कि किसी की जमीन चली गई तो किसी का घर कटान की जद में आ गया है। किसानों का दर्द यह है कि इतने लंबे अंतराल से गंगा कटान की भयानक त्रासदी को झेलने के बाद भी उनके जख्म पर किसी ने मरहम नहीं लगाया। इसे लेकर अब लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। लोगों ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार से गंगा कटान की इस समस्या से मुक्ति दिलाने की मांग किया है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।